Haryana News: हरियाणा के चर्चित यूट्यूबर अरमान मलिक और उनकी दोनों पत्नियों पायल मलिक और कृतिका मलिक एक बार फिर कानूनी मुश्किलों में घिर गए हैं। पंजाब के पटियाला कोर्ट में उनके खिलाफ एक नई याचिका दायर की गई है। जिसमें उन पर भारतीय विवाह कानून के उल्लंघन और धार्मिक भावनाएं आहत करने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह याचिका एडवोकेट दविंदर राजपूत ने दाखिल की है।
याचिकाकर्ता के आरोप
एडवोकेट दविंदर राजपूत ने कहा है कि अरमान मलिक ने एक साथ दो शादियां कर हिन्दू विवाह अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन किया है। सोशल मीडिया पर वह लगातार दोनों पत्नियों के साथ जीवन जीने की बातें करते हैं। जो हिंदू मैरिज एक्ट 1955 की भावना के विपरीत है। यूट्यूबर और उनकी पत्नी पायल ने एक वीडियो में हिंदू देवी-देवताओं का स्वरूप धारण कर उनका अशोभनीय प्रदर्शन किया। जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। अरमान मलिक की एक और पत्नी होने की अफवाहें हैं, जिसे लेकर वकील ने तीन विवाह का आरोप भी जोड़ा है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग समाज में गलत संदेश दे रहे हैं और युवाओं को भ्रमित कर रहे हैं।
DGP और SSP को भेजी गई शिकायतें
एडवोकेट राजपूत ने बताया कि उन्होंने यह शिकायत पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) और पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) को भी भेजी है। फोटोग्राफिक सबूतों सहित शिकायतें ई-मेल और प्रत्यक्ष रूप से सौंप दी गई हैं।उनका कहना है कि सिर्फ अदालत में नहीं, बल्कि कानूनी एजेंसियों के हर स्तर पर इस मामले को उठाया जाएगा।
सोशल मीडिया बंद करने की मांग
वकील ने कोर्ट से मांग की है कि अरमान, पायल और कृतिका मलिक के सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स स्थायी रूप से बंद किए जाएं। उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 295A समेत अन्य धाराओं के तहत कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। दो शादियों और धार्मिक अपमान के आधार पर उन्हें दोषी घोषित कर दंडित किया जाए।
धार्मिक संगठनों की नाराजगी
शिवसेना हिंद समेत कई हिंदू संगठनों ने इस प्रकरण को लेकर रोष व्यक्त किया है। मामला तब और गरमा गया जब पायल मलिक ने सोशल मीडिया पर मां काली के रूप में वेशभूषा धारण कर एक वीडियो पोस्ट की थी। इस वीडियो को अशोभनीय करार देते हुए शिवसेना हिंद के राष्ट्रीय महासचिव दीपांशु सूद ने कहा कि इससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं।
मंदिर में सेवा और माफी
घटना के बाद बढ़ते विरोध को देखते हुए पायल मलिक और अरमान मलिक काली माता मंदिर, खरड़ पहुंचे, जहां उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। पायल ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। मंदिर प्रशासन ने उन्हें 7 दिन तक मंदिर में सेवा करने का निर्देश दिया।
पायल की तबीयत बिगड़ी
इस घटनाक्रम के बीच पायल मलिक की तबीयत बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि डिप्रेशन और तनाव के चलते शुक्रवार को उनकी हालत खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें मोहाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। मंदिर से जुड़े निशांत शर्मा ने यह जानकारी दी।

