New Delhi: भारत में 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती पर समर्पित है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस अवसर पर राष्ट्रपति भवन में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
डॉ. कलाम जिन्हें “मिसाइल मैन ऑफ इंडिया” के नाम से जाना जाता है, ने भारत के अंतरिक्ष और रक्षा कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। विज्ञान और तकनीकी उपलब्धियों के अलावा, वे छात्रों और शिक्षा के प्रति हमेशा समर्पित रहे। राष्ट्रपति पद (2002-2007) के बाद भी उन्होंने खुद को शिक्षक के रूप में पहचाना और युवाओं के साथ लगातार संवाद बनाए रखा।
President Droupadi Murmu paid floral tributes to Dr APJ Abdul Kalam, former President of India on his birth anniversary at Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/B8uGfDsmCf
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 15, 2025
विश्व छात्र दिवस का महत्व
डॉ. कलाम का मानना था कि किसी भी राष्ट्र की शक्ति उसके युवाओं में निहित है। 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में जन्मे डॉ. कलाम ने सादगी और शिक्षा के प्रति अपनी लगन के कारण आधुनिक भारत के सबसे प्रिय नेताओं में से एक बने।
हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में मान्यता नहीं है, भारत में इसे डॉ. कलाम की याद और उनकी छात्रप्रियता को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षिक संस्थान बहस, प्रेरक वार्ता, विज्ञान प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इसका उद्देश्य छात्रों में जिज्ञासा, नवाचार और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देना है।
विश्व छात्र दिवस के विषय और उद्देश्य
पिछले वर्षों में इस दिवस का फोकस छात्रों को बदलाव लाने वाले नेता के रूप में तैयार करना, शिक्षा में नवाचार को प्रोत्साहित करना और शैक्षिक असमानताओं को कम करना रहा है। यह दिन मानसिक स्वास्थ्य, डिजिटल साक्षरता और समान अवसरों जैसी चुनौतियों को भी उजागर करता है।
डॉ. कलाम के विचारों के अनुसार, छात्रों को बड़े सपने देखने, जिज्ञासु बने रहने और उद्देश्यपूर्ण कार्य करने के लिए प्रेरित किया जाता है। उनका प्रसिद्ध उद्धरण है: “Dreams transform into thoughts, and thoughts result in action.” अर्थात, सपने विचारों में बदलते हैं और विचार कार्यों में।
डॉ. कलाम का दृष्टिकोण और युवाओं के लिए संदेश
विश्व छात्र दिवस डॉ. कलाम के दृष्टिकोण का प्रतीक है, जिसमें उन्होंने हमेशा युवा पीढ़ी को राष्ट्रनिर्माण और नवाचार के लिए प्रेरित किया। यह दिन छात्रों के लिए याद दिलाता है कि वे अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रयासरत रहें और समाज के लिए सकारात्मक योगदान दें।
भारत में इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों से छात्रों में नेतृत्व, विज्ञान और नवाचार के प्रति रुचि बढ़ती है। यह न केवल उनके शैक्षिक विकास में मदद करता है, बल्कि राष्ट्र की प्रगति और युवा शक्ति को भी सशक्त बनाता है।