UPSC Exam: जानिए कौन है यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के टॉपर्स, पढ़िए सफलता की पूरी कहानी

संघ लोक सेवा आयोग ने घोषित किया रिजल्ट, डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिए टॉप 10 टॉपर्स की सफलता की कहानी

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 22 April 2025, 1:10 PM IST
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नई दिल्ली: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने आज देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा सिविल सेवा परीक्षा (CSE) 2024 का अंतिम परिणाम घोषित कर दिया है। डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार लाखों अभ्यर्थियों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार परिणाम जारी हो गए हैं। परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की सूची आयोग की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर उपलब्ध है। परिणाम के साथ ही UPSC ने टॉपर्स की पूरी सूची भी सार्वजनिक की है। इस सूची में देशभर के उन अभ्यर्थियों के नाम हैं। जिन्होंने कठिन चयन प्रक्रिया को पार कर अपने सपनों को साकार करने की दिशा में अहम कदम बढ़ाया है। डाइनामाइट न्यूज़ आइए जानते हैं टॉप 10 टॉपर्स की सफलता की कहानी के बारे में

शक्ति दुबे की मेहनत की कहानी

देश की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा 2024 का परिणाम घोषित हो गया है। इसमें हर साल लाखों उम्मीदवार भाग लेते हैं, और इस बार 1009 प्रत्याशियों ने सिविल सेवा परीक्षा को पास किया, जिसमें लड़कियों ने बाजी मारी है और इसमें उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली शक्ति दुबे ने FIRST रैंक हासिल कर टॉप किया। शक्ति दुबे ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की। इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट पूरा किया और साल 2018 से UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी। शक्ति दुबे ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में पहला स्थान हासिल कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उनकी इस सफलता ने न केवल उनके परिवार को गौरवान्वित किया है, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है जो इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं।

कौन हैं हर्षिता गोयल

हर्षिता गोयल का जन्म हरियाणा के हिसार जिले में हुआ था, लेकिन बाद में उनका परिवार गुजरात चला गया क्योंकि उनके पिता निजी क्षेत्र (निजी संगठन) में काम करते थे। हर्षिता ने अपनी प्रारंभिक और स्कूली शिक्षा गुजरात के वडोदरा शहर में प्राप्त की।

हर्षिता ने वडोदरा के प्रतिष्ठित महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय से वाणिज्य स्ट्रीम में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। इतना ही नहीं, अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंसी (सीए) की कठिन परीक्षा भी पास की और आज वे पेशे से एक योग्य चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं। लेकिन केवल व्यावसायिक सफलता ही नहीं, हर्षिता कला के क्षेत्र में भी रुचि रखती हैं। उन्हें ऐक्रेलिक पेंटिंग का शौक है। सिविल सेवा की तैयारी में हर्षिता का वैकल्पिक विषय राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध है।

डोंगरे अर्चित पराग कायम की एक नई मिसाल

डोंगरे अर्चित पराग ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में पूरे देश में तीसरा स्थान प्राप्त कर एक नई मिसाल कायम की है। यह सफलता न केवल उनकी कड़ी मेहनत और लगन का नतीजा है बल्कि लेवलअप आईएएस के लिए भी बहुत गर्व का क्षण है। अर्चित हमारे मेन्स मास्टर प्रोग्राम और CSAT कक्षाओं का हिस्सा रहे हैं जहाँ उन्होंने अपनी तैयारी को एक नई दिशा दी। उनकी यह बड़ी उपलब्धि उन हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो यूपीएससी की राह पर अपने सपनों को साकार करने की ओर अग्रसर हैं। लेवलअप परिवार की ओर से हम उन्हें इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई देते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।

शाह मार्गी चिराग कड़ी मेहनत का शानदार परिचय

शाह मार्गी चिराग ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में अखिल भारतीय स्तर पर चौथा स्थान प्राप्त कर अपनी योग्यता और कड़ी मेहनत का शानदार परिचय दिया है। उन्होंने गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है। तकनीकी पृष्ठभूमि से होने के बावजूद उन्होंने समाजशास्त्र को वैकल्पिक विषय के रूप में चुना और उसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। चिराग की सफलता न केवल उनके परिवार और शिक्षकों के लिए गर्व की बात है, बल्कि उन छात्रों के लिए भी प्रेरणा है जो पारंपरिक विषयों से हटकर यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं। उनकी उपलब्धि साबित करती है कि अगर लगन और आत्मविश्वास हो तो कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।

आकाश गर्ग अपनी प्रतिभा से हासिल की सफलता

आकाश गर्ग ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में अखिल भारतीय स्तर पर पांचवीं रैंक हासिल कर अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत का लोहा मनवाया है। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से कंप्यूटर साइंस में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की पढ़ाई पूरी की है। इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से आने वाले आकाश ने दिखाया है कि विविध शैक्षिक पृष्ठभूमि वाले छात्र भी समाजशास्त्र जैसे मानवीय विषय को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनकर यूपीएससी में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। उनकी यह उपलब्धि न केवल तकनीकी छात्रों को प्रेरित करती है बल्कि यह भी बताती है कि विषय चयन में रुचि और समझ कितनी महत्वपूर्ण है। आकाश की यह सफलता उनकी लगन और संतुलित दृष्टिकोण का उदाहरण है, जो कई अन्य उम्मीदवारों के लिए मार्गदर्शक बनेगी।

कोमल ने शिक्षा में रचा इतिहास

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की रहने वाली कोमल ने अपने शैक्षणिक सफर में शानदार उपलब्धियाँ हासिल की हैं। इंटरमीडिएट परीक्षा में उन्होंने 97% अंक प्राप्त कर जिले में टॉप किया। इसके बाद उन्होंने प्रतिष्ठित IIT रुड़की से बी.टेक की डिग्री प्राप्त की, जिससे उनका शैक्षणिक सफर और भी प्रेरणादायक बन गया।

आयुषी बंसल मुश्किलों का सामना कर पाई सफलता 

मध्य प्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली आयुषी बंसल ने अपने जीवन में कई मुश्किलों का सामना करने के बावजूद यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता का परचम लहराया है। आयुषी ने यूपीएससी 2022 में 188वीं रैंक हासिल की थी, जबकि 2023 में उन्होंने खुद को और बेहतर करते हुए 97वीं रैंक हासिल की। उनके पिता और माता दोनों ही एलआईसी में कार्यरत थे, लेकिन जब वह महज 10 साल की थीं और 5वीं कक्षा में पढ़ रही थीं, तभी उनके पिता का असमय निधन हो गया। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और दिल्ली आकर आईआईटी की तैयारी शुरू कर दी। अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर उन्होंने मैकेंजी एंड कंपनी जैसी प्रतिष्ठित फर्म में नौकरी की। 2022 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह यूपीएससी की तैयारी पर फोकस किया और दो साल में लगातार सफलता हासिल की। आयुषी की कहानी आज लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है।

राज कृष्ण झा की मेहनत और लगन लाई रंग

बिहार के सीतामढ़ी जिले के रहने वाले राज कृष्ण झा ने कड़ी मेहनत और लगन से अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई नेपाल के जापा जिले से पूरी की और उसके बाद बिहार बोर्ड से 12वीं की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने मोतीलाल राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNNIT) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की। ​​साल 2018 में उन्होंने हिंदुस्तान पेट्रोलियम में नौकरी शुरू की और हाल में कोल्हापुर में कार्यरत थे। लेकिन राज कृष्ण झा का सपना इससे भी बड़ा था- देश की सेवा करना। उन्होंने नौकरी के साथ ही यूपीएससी की तैयारी शुरू की और कड़ी मेहनत से इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल की। ​​उनकी कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो नौकरी और तैयारी के बीच संतुलन बनाकर अपना लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं।

आदित्य ने UPSC में दिखाया दम

हरियाणा के बहादुरगढ़ निवासी आदित्य ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त कर अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्होंने NIT इलाहाबाद से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया और परीक्षा में एंथ्रोपोलॉजी को वैकल्पिक विषय के रूप में चुना। उनकी सफलता युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है।

दूसरे प्रयास में मयंक त्रिपाठी को मिली सफलता

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के रहने वाले मयंक ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे देश में 10वीं रैंक हासिल की है। यह उनका दूसरा प्रयास था, जबकि पहले ही प्रयास में उन्होंने 337वीं रैंक हासिल कर सफलता का स्वाद चखा था। मयंक की लगन और लगातार प्रयासों का ही नतीजा है कि उन्होंने इतनी बड़ी छलांग लगाई। इससे पहले उत्तर प्रदेश पीसीएस परीक्षा में डीएसपी के पद पर उनका चयन हुआ था। मयंक के पिता कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रधान सहायक के पद पर कार्यरत हैं। सामान्य पारिवारिक पृष्ठभूमि से आने वाले मयंक की यह सफलता इस बात की मिसाल है कि अगर इरादे मजबूत हों तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती। उनका यह सफर उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों में भी अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।

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