इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों में लगातार देरी और 550 से अधिक फ्लाइट रद्द होने से यात्रियों में हड़कंप मच गया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे सरकार के ‘एकाधिकार मॉडल’ का नतीजा बताया। एयरलाइन की पायलट और क्रू कमी, नए FDTL नियम और तकनीकी समस्याएं विफलता के मुख्य कारण हैं।

इंडिगो मामले पर राहुल गांधी ने सरकार को घेरा
New Delhi: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों परिचालन संबंधी गंभीर संकट का सामना कर रही है। बीते चार दिनों से लगातार उड़ानों में देरी और रद्द होने की घटनाओं ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। गुरुवार को अकेले 550 से अधिक उड़ानें रद्द की गईं, जिससे दिल्ली, हैदराबाद, गोवा और मुंबई जैसे प्रमुख एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मच गई।
दिल्ली एयरपोर्ट पर हजारों बैग बिखरे पड़े दिखे और कई यात्री जमीन पर सोते नजर आए। यात्रियों ने नारेबाजी करते हुए एयरलाइन और प्रशासन के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया।
इंडिगो की इस विफलता पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने इसे देश में ‘एकाधिकार मॉडल’ का नतीजा बताया। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि “इंडिगो की विफलता इस सरकार के ‘एकाधिकार मॉडल’ का नतीजा है। इसके परिणामस्वरूप आम भारतीयों को उड़ानों की देरी, रद्द होने और लाचारी भुगतनी पड़ रही है।” उन्होंने कहा कि भारत हर क्षेत्र में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा का हकदार है, “मैच फिक्सिंग के एकाधिकार” का नहीं।
IndiGo fiasco is the cost of this Govt’s monopoly model.
Once again, it’s ordinary Indians who pay the price - in delays, cancellations and helplessness.
India deserves fair competition in every sector, not match-fixing monopolies. https://t.co/sRoigepFgv
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 5, 2025
वर्तमान में इंडिगो एयरलाइन चालक दल की कमी का सामना कर रही है। नई उड़ान ड्यूटी नियमावली (FDL नियम) लागू होने के बाद से पायलटों और क्रू सदस्यों के कार्य समय और विश्राम के समय में बदलाव आया है। इन नियमों के तहत पायलटों के लिए साप्ताहिक विश्राम समय बढ़ाया गया है और रात में विमान के उतरने की संख्या सीमित की गई है, ताकि उड़ान सुरक्षा मजबूत हो। इसके कारण, कई उड़ानें समय पर संचालित नहीं हो पा रही हैं।
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550 से अधिक उड़ानों के रद्द होने और देर से रवाना होने के कारण हजारों यात्री परेशान हुए। दिल्ली एयरपोर्ट, मुंबई और गोवा में यात्रियों ने लंबी कतारों में घंटों इंतजार किया। इंडिगो ने यह भी स्वीकार किया कि सर्दियों के मौसम, तकनीकी गड़बड़ी और चालक दल की कमी ने संचालन को प्रभावित किया है।
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राहुल गांधी का आरोप है कि सरकार की नीति और एकाधिकार मॉडल के कारण इंडिगो जैसी एयरलाइन की विफलता सीधे आम जनता पर भारी पड़ रही है। उनके अनुसार, निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के बजाय बड़े एयरलाइंस को लाभ पहुंचाने की नीति से ग्राहकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। एयरलाइन ने अगले कुछ दिनों में उड़ानों की संख्या कम कर दी है, ताकि संचालन की स्थिति सामान्य हो सके। इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने कर्मचारियों से कहा है कि समय पर उड़ानों को संचालित करना आसान नहीं होगा, लेकिन पूरी ताकत से स्थिति सुधारने का प्रयास जारी है।