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दिल्ली में गैंगवार का खात्मा? हाशिम बाबा गैंग के शूटर की हत्या में दो गिरफ्तार, पुलिस ने खोला बड़ा राज

दिल्ली के सीलमपुर इलाके में हाशिम बाबा गैंग के सदस्य मिस्बाह की हत्या के मामले में पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया। आरोपी प्रिंस गाजी और अब्दुल्ला छेनू गैंग से जुड़े हुए हैं। पुलिस जांच में गैंग के बीच की पुरानी रंजिश का खुलासा हुआ।
Post Published By: ईशा त्यागी
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दिल्ली में गैंगवार का खात्मा? हाशिम बाबा गैंग के शूटर की हत्या में दो गिरफ्तार, पुलिस ने खोला बड़ा राज

New Delhi: नॉर्थ ईस्ट इलाके में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब हाशिम बाबा गैंग के सदस्य मिस्बाह की ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई। घटना दिल्ली के सीलमपुर इलाके की है, जहां शुक्रवार को मिस्बाह पर गोलीबारी की गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मिस्बाह दो साल पहले हाशिम बाबा गैंग से जुड़ा था, लेकिन इससे पहले वह छेनू गैंग का भी सदस्य रहा था। पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में जो मुख्य आरोपी सामने आए हैं, उनमें प्रिंस गाजी और अब्दुल्ला का नाम लिया जा रहा है, दोनों ही छेनू गैंग से जुड़े हुए हैं।

मिस्बाह की हत्या की वजह क्या थी?

जांच में पता चला है कि मिस्बाह की हत्या की वजह एक पुरानी रंजिश थी। मिस्बाह पहले छेनू गैंग का सदस्य था, लेकिन कुछ समय बाद वह हाशिम बाबा गैंग से जुड़ गया। छेनू गैंग के लोग इस बात से नाराज़ थे कि मिस्बाह ने उनका साथ छोड़कर हाशिम बाबा गैंग में शामिल हो गया। यह तनाव गैंगवार का मुख्य कारण बना और मिस्बाह को अपनी जान गंवानी पड़ी। पुलिस ने इस मामले में प्रिंस गाजी और अब्दुल्ला को गिरफ्तार कर लिया है, जो छेनू गैंग से जुड़े हैं और इस हत्या में सीधे तौर पर शामिल थे।

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गिरफ्तार आरोपी: कौन हैं प्रिंस गाजी और अब्दुल्ला?

प्रिंस गाजी और अब्दुल्ला को पुलिस ने इस हत्याकांड के बाद गिरफ्तार किया। सूत्रों के मुताबिक, प्रिंस गाजी को छेनू ने तिहाड़ जेल में बंद रहते हुए अपने गैंग में शामिल किया था। अब्दुल्ला भी छेनू गैंग का सदस्य है और इसका आपराधिक रिकॉर्ड भी रहा है। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि इन दोनों आरोपियों ने मिलकर मिस्बाह पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि इन दोनों पर पहले भी कई गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं और इनकी गिरफ्तारी एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।

प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)

कभी छेनू गैंग का सदस्य, फिर हाशिम बाबा गैंग से जुड़ा मिस्बाह

मिस्बाह को लेकर पुलिस ने बताया कि वह पहले छेनू गैंग के लिए काम करता था, लेकिन बाद में उसने अपना रुख बदलते हुए हाशिम बाबा गैंग से जुड़ लिया था। दोनों गैंगों के बीच हुई इस रंजिश का असर अब इस हत्या के रूप में सामने आया है। पुलिस के मुताबिक, इस मामले में गैंगवार के पुराने मुद्दे और बदला लेने की भावना प्रमुख कारणों के रूप में सामने आई है।

हाशिम बाबा गैंग और छेनू गैंग के बीच गैंगवार का बढ़ता खतरा

दिल्ली में बढ़ते गैंगवार और अपराध की घटनाओं ने पुलिस को चुनौती दी है। हाशिम बाबा गैंग और छेनू गैंग जैसे खतरनाक गिरोह आपस में संघर्ष कर रहे हैं, और इनकी गतिविधियां दिल्ली के विभिन्न इलाकों में अस्थिरता का कारण बन रही हैं। पुलिस का कहना है कि वह गैंगवार की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है और इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई करेगी।

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पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

दिल्ली पुलिस ने इस गैंगवार की पूरी जांच शुरू कर दी है और आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले के सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। इसके साथ ही पुलिस ने छेनू गैंग के सदस्य रिजवान को भी ट्रैक करना शुरू कर दिया है, जो कि फिलहाल फरार है और उसका आपराधिक इतिहास भी रहा है। पुलिस ने इस गैंगवार से जुड़े सभी पहलुओं पर काम करना शुरू कर दिया है।

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