Site icon Hindi Dynamite News

Congress Dinner Diplomacy: खरगे की मेजबानी में India Block का रात्रिभोज कार्यक्रम, कई नेता हुए शामिल

दिल्ली में इंडिया ब्लॉक ने वोट चोरी और चुनाव में धांधली को लेकर सरकार और चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा निकाला। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की अध्यक्षता में 300 सांसदों ने सोमवार को संसद से चुनाव आयोग तक पैदल मार्च निकाला।
Post Published By: Jay Chauhan
Published:
Congress Dinner Diplomacy: खरगे की मेजबानी में India Block का रात्रिभोज कार्यक्रम, कई नेता हुए शामिल

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार का दिन गर्माहट वाला रहा। दिल्ली में वोट चोरी और चुनाव में धोखाधड़ी को लेकर इंडिया ब्लॉक ने सरकार और चुनाव आयोग पर जमकर हंगामा किया। इस पर दिल्ली में इंडिया ब्लॉक के नेताओं के लिए राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने रात्रिभोज का आयोजन किया है।

इस दौरान आयोजन में शरद पवार, सुप्रिया सुले, प्रियंका चतुर्वेदी, जया बच्चन, मीसा भारती और अखिलेश यादव समेत कई नेताओं ने डिनर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

रात्रि भोज में शामिल सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, जया बच्चन

रात्रिभोज में शामिल होने के बाद शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि हमने राजनीति को एक तरफ रखते हुए आपस में मेलजोल किया और पारिवारिक विषयों पर बात की। मुलाकात का माहौल बहुत अच्छा था। इंडिया ब्लॉक की एकजुटता आप सभी के सामने है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने रात्रिभोज में शामिल होने के बाद कहा कि भोजन बहुत अच्छा था। बातचीत भी बहुत अच्छी रही। हम चुनाव आयोग को लेकर बहुत चिंतित हैं।

विपक्ष का यह कदम विपक्षी एकता के प्रदर्शन के बाद उठाया गया है जो आगे भी चुनावों में कथित धांधली के खिलाफ मोर्चा बनाने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने चुनावी प्रक्रिया में बड़े आपराधिक धोखाधड़ी के सबूत पेश किए थे, और भाजपा और चुनाव आयोग के बीच गहरी मिलीभगत का आरोप लगाया था। हालांकि, चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को झूठा करार दिया है और उनसे दावों की पुष्टि के लिए सभी जरूरी दस्तावेज मांगे हैं।

इंडिया ब्लॉक की डिनर पार्टी

विपक्षी नेता संसद से चुनाव आयोग दफ्तर तक पैदल मार्च निकालने पर अड़े रहे मगर पुलिस ने आगे बढ़ने नहीं दिया। इंडिया ब्लॉक का दावा है कि बिहार SIR की प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि इस प्रक्रिया के तहत गरीब, दलित और झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं।

 

 

 

Exit mobile version