ब्रह्मर्षि आश्रम में आठ दिवस तक चलने वाले अष्ठ लक्ष्मी महायज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजन में कलश स्थापना के साथ अष्ट महालक्ष्मी पालकी यात्रा तथा कलश यात्रा निकाली गई, जो सी रामापुरम से प्रस्थान कर आश्रम पहुंची।

आरती करते हुए सिद्धगुरुश्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव
Tirupati: तिरुपति के ब्रह्मर्षि आश्रम में आठ दिवस तक चलने वाले अष्ठ लक्ष्मी महायज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजन में कलश स्थापना के साथ अष्ट महालक्ष्मी पालकी यात्रा तथा कलश यात्रा निकाली गई, जो सी रामापुरम से प्रस्थान कर आश्रम पहुंची। आश्रम के विद्वान आचार्य पंडित श्रीनिवास श्रीमाली के नेतृत्व में पंडित्तगण प्रतिदिन विधि विधान के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण से मां लक्ष्मीजी के
आठ स्वरूपों में आदि लक्ष्मी, दौरा लक्ष्मी, विजया लक्ष्मी, गजा लक्ष्मी, सौभाग्य लक्ष्मी, धना लक्ष्मी, संतना लक्ष्मी तथा ऐश्वर्य लक्ष्मी की पूजा-अर्चना सम्पन्न कराएंगे। इसमें धन, धान्य, वैभव, संतान, पराक्रम, न्यायालय में विजय, ज्ञान व विधा के लिये प्रतिदिन विशेष पूजा अर्चना होगी। इस दौरान आश्रम परिसर में स्वर्गीय कंचनदेवी मेहता की स्मृति में उनकी मूर्ति का लोकार्पण किया गया।
सिद्धगुरुश्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव ने कहा कि जितना हमारा जीवन सुन्दर होगा, उतनी ही मृत्यु सुंदर होगी। महान व्यक्तियों की मृत्यु इसलिए सुंदर थी कि उनका जीवन सुन्दर था। व्यक्ति को अपना सर्वस्व अच्छा करते रहने की सीख देते हुए वे बोले, कोई तुम्हें रास्ता बतला सकता है लेकिन चलना तो तुम्हें ही होगा। जीवन में सदैव अच्छाइयों को लाने पर ही, जीवन सुंदर होता चला जाएगा। पूज्य गुरुदेवश्रीजी ने कहा कि तुम्हारी आत्मा का जीवन साथी तेरा शरीर है। जब तक यह शरीर है, तेरी आत्मा की पहचान है, इसलिए शरीर को स्वस्थ रखना, अच्छा रखना आवश्यक है। प्रतिदिन योग, प्राणायाग, ध्यान आदि करना, जिससे शरीर स्वस्थ बना रहे।
ब्रह्मर्षि आश्रम की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय चेयरपर्सन सरला बोथरा ने बताया कि आश्रम में प्रतिदिन के कार्यक्रमों में प्रभात फेरी, योगा प्राणायाम, पूजा अर्चना, मोटिवेशनल क्लारा, मंत्र जाप तथा भक्ति संगीत के साथ गुरु दर्शन आदि आलौकिक कार्यकम होंगे। अंतर्राष्ट्रीय चेयरपर्सन महिला इंदु राठौड ने बताया कि आठ दिनों के कार्यक्रम में सुहाग सुहागिन पूजा, जैन पद्मावती माता पूजा, फूलों की होली, अष्ट लक्ष्मी महायज्ञ के साथ गौ-दान के कार्यक्रम भी होंगे।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला उनकी धर्मपत्नी और ओमप्रकाश मेहता, अशोक चोरड़िया सहित परिवारजन और बड़ी संख्या में भक्तजन मौजूद रहें।