New Delhi: बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान का हालिया बयान सऊदी अरब में आयोजित जॉय फोरम 2025 में विवाद का कारण बन गया है। इस दौरान उन्होंने बलूचिस्तान का नाम लेते हुए इसे पाकिस्तान से अलग बताया। उनके इस बयान के बाद पाकिस्तान में गहरी नाराजगी फैल गई और शहबाज सरकार ने सलमान खान को आतंकवादी घोषित कर दिया है।
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने अधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर सलमान खान को फोर्थ सेड्यूल (Fourth Schedule) में डाल दिया है। यह लिस्ट एंटी-टेररिज्म एक्ट (Anti-Terrorism Act) के तहत आती है और इसमें शामिल व्यक्ति पर पाकिस्तान में कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। हालांकि, सलमान या उनके प्रतिनिधियों की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सलमान का बयान और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में सलमान खान कहते दिखे, “ये बलूचिस्तान के लोग हैं, अफगानिस्तान के लोग हैं, पाकिस्तान के लोग हैं, हर कोई सऊदी अरब में मेहनत से काम कर रहा है।” इस बयान में बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग मानकर उल्लेख किए जाने को लेकर पाकिस्तान में तीखी प्रतिक्रिया आई।
बलूच नेताओं ने जताई खुशी
बलूचिस्तान के अलगाववादी नेता मीर यार बलूच ने सलमान खान के बयान को छह करोड़ बलूच नागरिकों के लिए खुशी का संदेश बताया। उन्होंने कहा, “सलमान ने जो किया, वह कई बड़े देशों के लिए भी चुनौतीपूर्ण है। सांस्कृतिक मान्यता के ये संकेत सौम्य कूटनीति का शक्तिशाली माध्यम हैं, जो दुनिया को बलूचिस्तान को अलग राष्ट्र के रूप में मान्यता देने के लिए प्रेरित करते हैं।”
बलूचिस्तान में असमानता और संघर्ष
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, लेकिन इसकी आबादी केवल 1.5 करोड़ है। यहां खनिज संसाधनों की भरमार है, लेकिन स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ कम ही मिलता है। ग्वादर पोर्ट जैसे बड़े प्रोजेक्ट पाकिस्तान और चीन के लिए फायदेमंद रहे, लेकिन बलूच जनता को इसका लाभ नहीं मिला। इसी कारण बलूचिस्तान में असंतोष और अलगाववादी आंदोलन बढ़ रहा है।
हाल की हिंसक घटनाएं
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ कई हिंसक हमले हुए हैं:
- 4 जनवरी 2025: हमला, 43 सैनिक मारे गए
- 1 फरवरी 2025: अर्धसैनिक बलों पर हमला, 18 मौतें
- 12 मार्च 2025: ट्रेन हाइजैक, 200 सैनिकों की मौत
- 16 मार्च 2025: बस पर हमला, 90 सैनिक मारे गए
आतंक का गठबंधन! बलूचिस्तान में लश्कर-ISK ने मिलाया हाथ, ISI की जड़ों में पनप रहा नया खतरा
- 6 मई 2025: हमला, 6 सैनिक मारे गए
- 7 मई 2025: हमला, 12 सैनिकों की मौत
बलूच लोगों के अनुसार, पाकिस्तान में उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ता है और सेना में उच्च पदों पर बलूचों की नियुक्ति नहीं की जाती। आर्थिक पिछड़ापन और संसाधनों पर नियंत्रण का असंतोष इस आंदोलन को और बढ़ावा देता है।

