Islamabad: जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने एक चौंकाने वाला कबूलनामा देकर पाकिस्तान की आतंकवाद को लेकर छिपाई गई सच्चाई को उजागर कर दिया है। उसने वीडियो में स्वीकार किया कि दिल्ली और मुंबई में हुए बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड खुद जैश का सरगना मसूद अजहर था। भारत और पूरी दुनिया में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान बार-बार खुद को निर्दोष बताता रहा है, लेकिन इस कबूलनामे ने उसकी पोल खोल दी।
बालाकोट और बहावलपुर बने आतंकी अड्डे
इलियास कश्मीरी ने यह भी बताया कि मसूद अजहर का ठिकाना पाकिस्तान के बालाकोट और बहावलपुर में रहा है। उसने कहा कि भारत द्वारा 2019 में किए गए बालाकोट हवाई हमलों में इन्हीं ठिकानों को निशाना बनाया गया था। इसके अलावा पाकिस्तान की मिट्टी ने अजहर को अपने आतंकी मिशनों को अंजाम देने में मदद की। उसने कहा कि बालाकोट की मिट्टी ने अजहर को पनाह दी और यही मिट्टी उसके मिशन का सहारा बनी।
मसूद अजहर की आतंकी गतिविधियों का खुलासा
इलियास ने वीडियो में यह स्पष्ट कहा कि दिल्ली की तिहाड़ जेल से भागकर अजहर पाकिस्तान पहुंचा और वहीं से आतंकवादी गतिविधियों का संचालन करता रहा। उसने यह भी कहा कि दिल्ली और मुंबई को दहलाने वाला अजहर इस मिट्टी पर छिपकर अपनी साजिशें रचता रहा। बालाकोट और बहावलपुर की मिट्टी उसका सहारा बनी।
ऑपरेशन सिंदूर में अजहर के परिवार पर हमला
कमांडर ने ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया, जिसमें भारतीय वायुसेना ने 7 मई को जैश के बहावलपुर मुख्यालय पर हमला किया था। इस हमले में मसूद अजहर के परिवार के कई सदस्य मारे गए थे। उसने बताया कि पाकिस्तान की सेना के शीर्ष अधिकारियों को आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल होने का आदेश दिया गया था। उस समय भारत ने पाकिस्तान को आतंकियों को राजकीय सम्मान देने पर कड़ी चेतावनी दी थी।
पाकिस्तान की दोहरी नीति पर सवाल
यह कबूलनामा पाकिस्तान की उस नीति को उजागर करता है जिसमें वह आतंकवादियों को पनाह देता है और खुद को सुरक्षित बताता है। भारत लंबे समय से मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की मांग कर रहा है, और अब इस वीडियो ने उसके दावों को और मजबूत कर दिया है।

