धनमंडी के नंबर 32 पर शेख मुजीबुर रहमान के घर, जो पहले से ही आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त था, पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया और बचा हुआ हिस्सा तोड़ दिया। इस दौरान मौके पर प्रधानमंत्री शेख हसीना का पोस्टर भी जला दिया गया।
बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद देशभर में हिंसक प्रदर्शन भड़क उठे हैं। ढाका में अखबारों के दफ्तरों पर हमले हुए और 25 पत्रकारों को रेस्क्यू किया गया। अंतरिम प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने हत्यारों की गिरफ्तारी का वादा किया और एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की।

बांग्लादेश हिंसा
धनमंडी के नंबर 32 पर शेख मुजीबुर रहमान के घर, जो पहले से ही आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त था, पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया और बचा हुआ हिस्सा तोड़ दिया। इस दौरान मौके पर प्रधानमंत्री शेख हसीना का पोस्टर भी जला दिया गया।
बांग्लादेश के खुलना में पत्रकार इमदादुल हक मिलन की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमले में एक अन्य व्यक्ति भी घायल हुआ और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के समय मिलन बाजार की चाय की दुकान पर बैठे थे। अचानक चार व्यक्ति दो मोटरसाइकिलों पर आए और उन पर गोलियां चला कर फरार हो गए।
चटगांव और राजशाही में विरोध प्रदर्शनों के दौरान आवामी लीग के कार्यालय और पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी के घर में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। भारतीय सहायक उच्चायुक्त के आवास के सामने भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हुए और उच्चायोग पर ईंटें फेंकीं।
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, चटगांव में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए। भारतीय सहायक उच्चायुक्त के आवास पर ईंटें फेंकी गईं। पूर्व शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी के घर और राजशाही स्थित अवामी लीग दफ्तर में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई।
इंकलाब मंच की जानकारी के अनुसार, उस्मान हादी का पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम बांग्लादेश लाया जाएगा। परिजन दोपहर 3:50 बजे सिंगापुर से शव के साथ रवाना होंगे और लगभग 6 बजे ढाका पहुंचेंगे। संगठन ने बताया कि हादी का अंतिम संस्कार शनिवार को जोहर की नमाज के बाद ढाका के मानिक मियां एवेन्यू में किया जाएगा।
शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में फैली हिंसक अशांति के बीच राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। इसी दौरान पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के पुत्र तारिक रहमान की देश वापसी की तैयारी सामने आई है। आम चुनाव से पहले 25 दिसंबर को उनके बांग्लादेश लौटने की संभावना है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने लंदन स्थित बांग्लादेश उच्चायोग में यात्रा पास के लिए आवेदन किया है।
इंकलाब मंच के संयोजक शरीफ उस्मान बिन हादी के निधन के बाद ढाका में तनाव फैल गया। आक्रोशित भीड़ ने बंगाली सांस्कृतिक संस्था छायानाट के परिसर में जमकर तोड़फोड़ की और आगजनी की। सामने आए वीडियो में प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए इस प्रतिष्ठित सांस्कृतिक केंद्र को निशाना बनाते दिखे। इस घटना ने बांग्लादेश में कला, संस्कृति और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं।
Dhaka: बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के प्रमुख नेता और ‘जुलाई विद्रोह’ के अहम चेहरा शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद हालात तेजी से बिगड़ते नजर आ रहे हैं। 19 दिसंबर को सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हादी ने दम तोड़ दिया। उनकी मौत की खबर फैलते ही राजधानी ढाका सहित कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, जिसने हिंसक रूप भी ले लिया।
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने ढाका में कई प्रमुख अखबारों और समाचार पत्रों के दफ्तरों में तोड़फोड़ की। हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि सुरक्षा एजेंसियों को विशेष अभियान चलाकर 25 पत्रकारों को सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा। मीडिया कर्मियों पर हुए हमलों से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि शरीफ उस्मान हादी को पिछले सप्ताह अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। छह दिनों तक जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष करने के बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी मौत को आंदोलन को दबाने की साजिश के रूप में देखा जा रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पल-पल की अपडेट।