Mainpuri: जनपद के ग्राम कुतूपुर में वर्षों से चल रहा भूमि विवाद अब गंभीर और हिंसक रूप ले चुका है। पीड़िता बीना देवी पत्नी संजयपाल ने पुलिस अधीक्षक मैनपुरी को प्रार्थना-पत्र देकर आरोप लगाया है कि विपक्षी पक्ष ने न केवल उनके पति को जान से मारने की कोशिश की, बल्कि पूरे परिवार के साथ लगातार मारपीट, धमकी और घर में घुसकर हमला करने की घटनाओं को अंजाम दिया।
पुराना पट्टा विवाद
बीना देवी के अनुसार, विवादित भूमि का पट्टा वर्ष 1976 में उनके ससुर स्वर्गीय रामशरण के नाम हुआ था। इसके बाद वर्ष 2018 में यह पट्टा उनकी ननदोई शंकर पाल के नाम दर्ज रहा। किन्तु उसी वर्ष नायब तहसीलदार ने पट्टा दोबारा उनके परिवार को बहाल कर दिया। पीड़िता का आरोप है कि इसी दौरान विपक्षी राजेश पुत्र महेंद्र सिंह ने कथित रूप से सरकारी प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए दोबारा पट्टा अपने नाम करा लिया। इस निर्णय के खिलाफ उन्होंने उच्च न्यायालय, आगरा में याचिका भी दायर की थी।
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घर में घुसकर किया हमला
सबसे गंभीर घटना 09 नवंबर 2025 की रात की बताई गई, जब लगभग 2 से 3 बजे के बीच राजेश पुत्र महेंद्र सिंह, रामवीर पुत्र प्रभुदयाल और शिवम पुत्र स्व. मंशाराम कथित रूप से उनके घर में घुस आए। उस समय घर में पीड़िता, उसका पति तथा चार बच्चे मौजूद थे। बीना देवी का कहना है कि हमलावरों ने घर का दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया और उनके पति पर तकिया रखकर जान लेने की कोशिश की। बचाव करने पर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मारपीट की गई।
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— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 14, 2025
13 नवंबर को खेत में दोबारा हमला
पीड़िता ने बताया कि 13 नवंबर 2025 की सुबह लगभग 8:30 बजे उनका पति शौच के लिए खेतों की ओर गया था। इसी दौरान आशीष पुत्र पाल, कल्लू उर्फ बलवत्तर पुत्र हिरालाल और रवि पुत्र मंशाराम ने मिलकर उनके पति को घेर लिया। आरोप है कि तीनों ने लात-घूंसों और डंडों से उनकी बेरहमी से पिटाई की। जब बीना देवी और उनकी बेटी मौके पर पहुंचीं तो आरोपियों ने उन्हें भी धक्का देकर गिरा दिया।
पुलिस से शिकायत के बाद भी नहीं हुई सुनवाई
बीना देवी का कहना है कि लगातार हो रही घटनाओं की जानकारी वह थाने में दे चुकी हैं, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। उनका कहना है कि विरोधी पक्ष लगातार जमीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहा है, परिवार को डराकर वहां से हटाना चाहता है और किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।

