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दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट ने पूरे देश को झकझोर दिया है। जांच में पता चला है कि संदिग्ध i20 कार वारदात से पहले तीन घंटे तक सुनहरी मस्जिद के पास पार्क रही थी। धमाके में 13 लोगों की मौत और 30 घायल हुए हैं।
लाल किले पर हुआ ब्लास्ट
New Delhi: दिल्ली को दहला देने वाले सोमवार शाम के कार ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, जिस हुंडई i20 कार में धमाका हुआ, वह वारदात से पहले करीब तीन घंटे तक सुनहरी मस्जिद के पास पार्किंग में खड़ी थी। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि कार ने 10 नवंबर की दोपहर 3:19 बजे पार्किंग में प्रवेश किया और 6:48 बजे वहां से निकली। इसके ठीक चार मिनट बाद यानी 6:52 बजे सुभाष मार्ग पर लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास जबरदस्त धमाका हुआ।
शाम करीब 6:52 बजे हुए विस्फोट ने पूरे इलाके को दहला दिया। आसपास खड़ी कई गाड़ियाँ धमाके की चपेट में आ गईं। चश्मदीदों के अनुसार धमाका इतना शक्तिशाली था कि शरीर के हिस्से कई मीटर दूर तक जा गिरे। सड़क पर क्षत-विक्षत शव और जली हुई गाड़ियां डरावना दृश्य पेश कर रही थीं। दमकल विभाग की दस गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब 7:30 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया। इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 30 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा के मुताबिक, शुरुआती जांच में पता चला है कि कार में धमाके के समय तीन लोग सवार थे। पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। एनएसजी, एनआईए, एफएसएल और खुफिया ब्यूरो की टीमें मौके पर जांच में जुटी हैं। सूत्रों के मुताबिक, संदिग्ध व्यक्ति कार पार्किंग में तीन घंटे तक अंदर ही बैठा रहा। माना जा रहा है कि वह किसी निर्देश या संपर्क का इंतजार कर रहा था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं उसे रिमोट से विस्फोट का सिग्नल तो नहीं मिला।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कोतवाली थाना क्षेत्र में गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) की धारा 16 और 18, विस्फोटक अधिनियम और BNS की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह धमाका आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) से किया गया था। प्रारंभिक जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि घटना के पीछे किसी आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है। एनआईए और एनएसजी की टीमें धमाके में इस्तेमाल विस्फोटक की प्रकृति का विश्लेषण कर रही हैं।
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घटना के कुछ ही घंटों बाद अमेरिका की ओर से भी प्रतिक्रिया आई। अमेरिकी दूतावास ने ट्वीट कर कहा कि हम दिल्ली ब्लास्ट की निंदा करते हैं और भारत की जांच एजेंसियों को हर संभव सहायता देने को तैयार हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला है। दिल्ली पुलिस, एनएसजी और एनआईए की संयुक्त टीम जांच कर रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मुंबई, उत्तराखंड और एनसीआर क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, मॉल, हवाई अड्डों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अयोध्या में राममंदिर परिसर और नागपुर स्थित संघ मुख्यालय की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करें।
यह धमाका राजधानी की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। लाल किला, एक संवेदनशील ऐतिहासिक स्थल होने के बावजूद इतनी बड़ी वारदात होना पुलिस की विफलता मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह हमला किसी बड़ी साजिश की झलक हो सकता है, जिसका उद्देश्य दिल्ली में दहशत फैलाना था।