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दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम एक कार में जोरदार धमाका हुआ, जिसमें कई लोग घायल हो गए। आपको बता दें कि आज से पहले भी दिल्ली की धरती ने कई बार धमाकों को झेला है। आइए इस खबर में जानें इतिहास की कहानी
दिल्ली में कब-कब हुए बम धमाके
New Delhi: दिल्ली सोमवार शाम एक बार फिर दहल उठी जब लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक कार में जोरदार धमाका हुआ। इस विस्फोट की आवाज इतनी तेज थी कि करीब स्थित लाल मंदिर तक कार का एक हिस्सा जा गिरा। धमाके की वजह से मंदिर के शीशे टूट गए और आसपास की दुकानों के दरवाजे व खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गईं। इस हादसें में अबतक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
धमाके के बाद आसपास खड़ी कई गाड़ियों में आग लग गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने तुरंत आग पर काबू पाने की कोशिश की। स्थानीय लोगों के अनुसार, तीन से चार बसों और कई निजी वाहनों को नुकसान पहुंचा। धमाके की आवाज सुनते ही लालकिला, जामा मस्जिद और चांदनी चौक इलाकों में सायरन की आवाजें गूंजने लगीं। दिल्ली पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया है।
• 25 मई 1996: लाजपत नगर में बम धमाका- 16 की मौत।
• 1 अक्टूबर 1997: सदर बाजार में विस्फोट- 30 घायल।
• 18 अक्टूबर 1997: रानी बाग मार्केट में दो धमाके- 1 की मौत, 23 घायल।
• 30 नवंबर 1997: रेड फोर्ट क्षेत्र में जुड़वां विस्फोट- 3 मरे, 70 घायल।
• 29 अक्टूबर 2005: सारोजिनी नगर, पहाड़गंज और गोविंदपुरी में विस्फोट- 59 से अधिक की मौत।
• 13 सितंबर 2008: कनॉट प्लेस और करोल बाग में समन्वित धमाके- 20 से अधिक की मौत, 90 घायल।
• 27 सितंबर 2008: मेहरौली फ्लावर मार्केट में विस्फोट- 3 मरे, 23 घायल।
• 25 मई 2011: दिल्ली हाई कोर्ट पार्किंग में विस्फोट- कोई मौत नहीं।
ब्लास्ट से दहला दिल्ली: धमाके की गूंज से कांप उठा लाल किला, पढ़ें धमाके से जुड़ी 10 बड़ी बातें
पुलिस और एंबुलेंस टीमों ने मौके पर पहुंचकर घायलों को एलएनजेपी और अरुणा आसफ अली अस्पताल में भर्ती कराया है। अधिकारियों ने बताया कि कुछ लोगों की हालत गंभीर है, जबकि कई को गंभीर चोटें आई हैं। लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार 8 लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। डॉक्टरों की टीम लगातार उपचार में जुटी है।
धमाके की तीव्रता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि लाल किले के पास स्थित लाल मंदिर के शीशे पूरी तरह टूट गए। न सिर्फ मंदिर, बल्कि आसपास की इमारतों में भी दीवारों पर दरारें पड़ गईं। कई दुकानदारों ने बताया कि धमाके से दुकानों के दरवाजे और खिड़कियां झूल गईं। कुछ जगहों पर आग भी फैल गई, जिसे बुझाने में फायर ब्रिगेड को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
धमाके की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, फॉरेंसिक टीम और बम निरोधक दस्ते मौके पर पहुंच गए। इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है और बारीकी से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आतंकी एंगल से भी जांच शुरू कर दी गई है। जांच टीम कार के अवशेषों और आसपास के मलबे की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि धमाके में किस तरह का विस्फोटक इस्तेमाल हुआ।
दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां अब आसपास के CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही हैं। शुरुआती जानकारी में पता चला है कि धमाके से कुछ मिनट पहले एक सफेद कार को इलाके में तेजी से घूमते देखा गया था। पुलिस ने आसपास के सभी पेट्रोल पंप, पार्किंग एरिया और एग्जिट पॉइंट्स पर अलर्ट जारी कर दिया है। कई जगहों पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है ताकि किसी भी संदिग्ध को पकड़ा जा सके।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। लाल किला, इंडिया गेट, संसद भवन और राष्ट्रपति भवन जैसे सभी प्रमुख स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है। वहीं एनआईए और आईबी की टीमें भी जांच में शामिल हो गई हैं।