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दलित किसान की जमीन पर कब्जे की कोशिश, लेखपाल की मिलीभगत का आरोप, जिलाधिकारी से लगाई न्याय की गुहार

उत्तर प्रदेश सरकार चाहे जितनी भी सख्ती की बात करे, लेकिन जब तक स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक अमला जवाबदेह नहीं होगा तब तक गरीब और दलित वर्ग के साथ न्याय नहीं हो सकता। पीड़ित किसान शिशुपाल की गुहार अब जिलाधिकारी के दरवाज़े तक पहुंच चुकी है, देखना होगा कि प्रशासन क्या कार्रवाई करता है या फिर गरीब की जमीन पर एक और कब्जा हो जाएगा?
Post Published By: Asmita Patel
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दलित किसान की जमीन पर कब्जे की कोशिश, लेखपाल की मिलीभगत का आरोप, जिलाधिकारी से लगाई न्याय की गुहार

Mainpuri News: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार अवैध कब्जों और ज़मीन माफिया के खिलाफ सख्ती की बात करती रही है। लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, मैनपुरी जनपद के किशनी तहसील अंतर्गत गांव भीतरा फरेंजी निवासी एक दलित किसान शिशुपाल पुत्र शिवनारायण ने जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।

डीएम कार्यालय में दिया गया शिकायती पत्र

पीड़ित शिशुपाल 17 जुलाई को मैनपुरी जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे और एक लिखित शिकायत सौंपते हुए बताया कि गांव के कुछ दबंग लोग उसकी जमीन पर जबरन कब्जा करना चाहते हैं। यह शिकायत पहले थाना किशनी और एसडीएम किशनी को भी दी जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

40 वर्षों से कर रहे हैं जमीन पर खेती

शिशुपाल ने बताया कि वह अपनी जमीन पर पिछले 40 वर्षों से खेती कर रहे हैं और उसी से उनका परिवार जीवनयापन करता है। यह जमीन उनकी पुश्तैनी संपत्ति है, लेकिन अब कुछ दबंग लोग उस पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।

लेखपाल पर गंभीर आरोप

शिकायत में सबसे गंभीर आरोप स्थानीय लेखपाल अंकुर यादव पर लगाए गए हैं। शिशुपाल का कहना है कि लेखपाल दबंगों के साथ मिलकर उनकी जमीन पर कब्जा करवाने में सहयोग कर रहे हैं। जब पीड़ित ने इसका विरोध किया तो उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई। शिशुपाल का कहना है हम गरीब दलित किसान हैं, हमारी पुश्तैनी ज़मीन पर खेती ही एकमात्र साधन है। लेकिन प्रशासन के कुछ कर्मचारी खुद कब्जा कराने वालों का साथ दे रहे हैं।

दबंगों के नाम

शिकायती पत्र में पीड़ित ने गांव के जिन लोगों पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया है उनके नाम अवधेश यादव, वेदराम यादव, रामू यादव, विपिन यादव और सौरव यादव हैं। शिशुपाल ने कहा कि ये सभी लोग संगठित होकर दबाव बना रहे हैं और लेखपाल की शह पर यह कब्जा कराना चाहते हैं।

प्रशासन से की कड़ी कार्रवाई की मांग

पीड़ित किसान ने जिलाधिकारी से अपील की है कि इस मामले में त्वरित और निष्पक्ष जांच कराकर दबंगों और भ्रष्ट लेखपाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने प्रशासन से अपनी जमीन की सुरक्षा की गारंटी देने की मांग की है।

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