बुधवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत सुस्त रही। सेंसेक्स 68 अंकों की बढ़त के साथ 85,593 के स्तर पर खुला, जबकि निफ्टी 19 अंक चढ़कर 26,194 पर कारोबार करता दिखा। वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों के चलते निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया।

शेयर बाजार की सपाट चाल (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
New Delhi: हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत सुस्त लेकिन सकारात्मक रही। शुरुआती कारोबार में निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया, जिसका असर प्रमुख सूचकांकों पर भी दिखा। सुबह करीब 9:20 बजे बीएसई सेंसेक्स 0.08 प्रतिशत यानी 68.85 अंकों की बढ़त के साथ 85,593.69 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 19.05 अंक या 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 26,194.75 पर खुला।
बाजार की चाल से यह साफ संकेत मिला कि निवेशक फिलहाल वैश्विक संकेतों और आने वाले आर्थिक आंकड़ों को लेकर सतर्क हैं। हालांकि, चुनिंदा दिग्गज शेयरों में खरीदारी के चलते बाजार हरे निशान में बना रहा।
शुरुआती कारोबार में बैंकिंग, आईटी और ऑटो सेक्टर के कुछ शेयरों में हल्की मजबूती देखने को मिली। प्राइवेट बैंकिंग शेयरों में सीमित खरीदारी रही, जबकि आईटी शेयरों को अमेरिकी बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों का सहारा मिला। दूसरी ओर, एफएमसीजी और मेटल सेक्टर में मिला-जुला रुख देखने को मिला, जिससे बाजार की कुल तेजी सीमित रही।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी निवेशकों का रुझान ज्यादा आक्रामक नहीं दिखा। इन दोनों सेगमेंट में हल्की तेजी और गिरावट का दौर चलता रहा, जिससे साफ है कि फिलहाल निवेशक जोखिम लेने से बच रहे हैं।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेतों का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा। बुधवार को एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार देखने को मिला। क्रिसमस ईव की छुट्टी के कारण कई एशियाई बाजारों में कारोबार जल्दी बंद हुआ। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 0.36 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि दक्षिण कोरिया का KOSPI इंडेक्स 0.42 प्रतिशत चढ़कर कारोबार करता दिखा। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया का S&P ASX 200 इंडेक्स 0.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।
अमेरिकी शेयर बाजारों की बात करें तो वहां लगातार चौथे सत्र में मजबूती देखने को मिली। तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहने के कारण अमेरिकी बाजारों में उत्साह का माहौल रहा। जुलाई से सितंबर तिमाही में अमेरिका की जीडीपी में सालाना आधार पर 4.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस मजबूत आर्थिक आंकड़े के चलते S&P 500 इंडेक्स ने नया क्लोजिंग रिकॉर्ड बनाया और 0.46 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ। वहीं, नैस्डैक कंपोजिट 0.57 प्रतिशत और डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल निवेशक सतर्क रणनीति अपना रहे हैं। वैश्विक संकेत सकारात्मक जरूर हैं, लेकिन घरेलू स्तर पर महंगाई, ब्याज दरों और कॉरपोरेट नतीजों को लेकर निवेशक स्पष्ट संकेतों का इंतजार कर रहे हैं। आने वाले दिनों में बाजार की दिशा वैश्विक ट्रेंड, विदेशी निवेशकों की गतिविधियों और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी।
कुल मिलाकर, बुधवार को शेयर बाजार की शुरुआत भले ही सुस्त रही, लेकिन सकारात्मक रुख यह संकेत देता है कि बाजार में फिलहाल स्थिरता बनी हुई है।