लखनऊ: बिजली की बढ़ी दरों खिलाफ भाकियू ने किया प्रदर्शन
बिजली की बढी हुई दरों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन ने शक्ति भवन में आज योगी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। साथ ही योगी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप भी लगाया।
लखनऊ: भारतीय किसान यूनियन, नरेश टिकैत गुट के किसान कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में हजरतगंज स्थित शक्ति भवन का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। यूनियन सदस्यों ने शक्ति भवन परिसर मे लाठी-डंडा और लालटेन टांगकर बुधवार को बिजली की बढ़ाई जाने वाली विद्युत दरों के प्रस्ताव को निरस्त किये जाने को लेकर योगी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
भाजपा संकल्प पत्र के वादों से पीछे हटी
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू ) नेताओं ने कहा कि प्रदेश में चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के संकल्प पत्र में बिजली की दरों में 50% कमी का दावा किया गया था लेकिन यूपी में सरकार बनने के बाद 5 महीने में ही सरकार अपने वादे से पीछे हट रही है। उन्होंने बताया कि सरकार बिजली के दामों में बढ़ोतरी करने जा रही है, जबकि किसान की कमर पहले से ही बाढ़ से टूटी हुई हैं। जिससे किसान परेशान हैं और आत्महत्या करने पर मजबूर है। सरकार बिजली की दरों को बढ़ाने जा रही हैं, जिससे एक बार फिर किसानों की परेशानियों मे इजाफा होगा।
सरकार किसान विरोधी
जिला अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने कहा कि किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम नहीं मिलने के कारण किसानों पर कर्ज का भार है, जो बढ़ता ही जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों के अत्यधिक परिश्रम के बावजूद भी उनका जीवन समस्याओं से ग्रसित है और वह आत्महत्या कर रहा है। वहीं गन्ने का अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। जिससे यूपी सरकार के विद्युत विभाग द्वारा किसानों के उत्पीड़न से विकराल समस्या उत्पन्न हो रही है।
बिजली की दरें हो कम
जिला अध्यक्ष ने कहा कि सरकार कर्ज माफी की बात करती है लेकिन यह सब बस एक दिखावा है। सरकार सिर्फ किसानों को ठगने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बिजली को ग्रामीण दरों को कम किया जाए अन्यथा मजबूर होकर यूपी के किसान बिजली कनेक्शन काट कर अपने-अपने खेतों से खंबे हटाओ आंदोलन चलाने का को बाध्य होंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।