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Gorakhpur Accident: गोरखपुर के खजनी में बड़ा हादसा: नशे में धुत ट्रैक्टर चालक ने दंपति को रौंदा

गोरखपुर के खजनी में बड़ा हादसा जहां नशे में धुत ट्रैक्टर चालक ने दंपति को रौंदा दिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Gorakhpur Accident: गोरखपुर के खजनी में बड़ा हादसा: नशे में धुत ट्रैक्टर चालक ने दंपति को रौंदा

गोरखपुर: जनपद के खजनी थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाला सड़क हादसा सामने आया है, जहां नशे में धुत एक ट्रैक्टर चालक ने बाइक सवार दंपति को बेरहमी से रौंद दिया। इस भयावह घटना में दंपति के पैर सहित पंजे उड़ गए, बाइक चकनाचूर हो गई और दोनों की जिंदगी एक पल में तहस-महस हो गई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार हादसे के बाद चालक बिना नंबर प्लेट की ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर तेजी से भागने लगा, लेकिन सतुआभार चौराहे पर राहगीरों ने उसे दबोच लिया। खजनी पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया और ट्रैक्टर-ट्रॉली को कब्जे में लिया।

हादसे की दर्दनाक कहानी

खजनी थाना क्षेत्र के ग्राम सभा रेहरवा निवासी धनुषधारी अपनी पत्नी रीमा देवी के साथ बाइक पर सवार होकर खजनी से अपने घर लौट रहे थे। कटघर बिगही मार्ग पर सतुआभार मझगांवा के बीच एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। ट्रैक्टर चालक, जो नशे में धुत था,और बिना किसी सावधानी के वाहन दौड़ाया जिसके परिणामस्वरूप धनुषधारी के पैर के चिथड़े उड़ गए और उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक पूरी तरह तहस-महस हो गई।

घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और घायल दंपति को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। बताया जा रहा है कि धनुषधारी और उनकी पत्नी खजनी ब्लॉक परिसर में चाय की दुकान चलाते हैं और मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इस हादसे ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। नशेड़ी चालक और गैर-जिम्मेदार मालिक की करतूत जांच में पता चला कि ट्रैक्टर रावत डाड़ी निवासी कपिलदेव यादव का है, जिसे चालक विवेक यादव चला रहा था। पुलिस ने विवेक यादव को हिरासत में ले लिया है और उसकी नशे की हालत की पुष्टि हुई है। हैरानी की बात यह है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली बिना नंबर प्लेट के सड़कों पर बेखौफ दौड़ रही थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अनट्रेंड और नाबालिग चालक नशे में वाहन चलाते हैं, जबकि वाहन मालिक मोटी कमाई के चक्कर में ऐसी लापरवाही को नजरअंदाज करते हैं। इस गैर-जिम्मेदारी का खामियाजा मासूम लोगों को अपनी जान गंवाकर चुकाना पड़ रहा है।

स्थानीय लोगों में आक्रोश

पुलिस सक्रिय हादसे के बाद सतुआभार चौराहे पर गुस्साए लोगों ने चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। खजनी पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़कों पर बिना नंबर प्लेट और तेज रफ्तार से दौड़ने वाले वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं होती, जिसके कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। एक परिवार का टूटा सपना धनुषधारी और उनकी पत्नी की मेहनत से चलने वाली छोटी-सी चाय की दुकान न केवल उनके परिवार का सहारा थी, बल्कि आसपास के लोगों के लिए भी एक जाना-पहचाना ठिकाना थी। इस हादसे ने उनके परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है। पत्नी की नाजुक हालत और धनुषधारी की गंभीर चोटों ने उनके भविष्य को अनिश्चित कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस दंपति की मेहनत और सादगी की मिसाल दी जाती थी, लेकिन एक नशेड़ी चालक की लापरवाही ने सब कुछ छीन लिया।क्या है

सड़क हादसों का सबक?

यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और जिम्मेदार वाहन चालन की जरूरत को रेखांकित करता है। नशे में वाहन चलाने वाले चालकों और बिना नंबर प्लेट के वाहनों पर सख्त कार्रवाई की मांग स्थानीय लोग लंबे समय से कर रहे हैं। प्रशासन से अपील है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं, ताकि मासूम जिंदगियां बेकसूर न गंवानी पड़ें। इस दर्दनाक घटना ने न केवल एक परिवार को तोड़ा है, बल्कि समाज में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की कमी को भी उजागर किया है। सवाल यह है कि आखिर कब तक निर्दोष लोग लापरवाही और नशे की भेंट चढ़ते रहेंगे?

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