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Uttarakhand: रामनगर में मांस प्रकरण मामले ने पकड़ा तूल, आक्रोशित लोगों ने तहसील परिसर में दिया धरना

रामनगर में बीते दिनों हुए मांस प्रकरण मामले में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों के लोगों ने तहसील परिसर में धरना दिया। इस घटना को लेकर इलाके के लोगों में आक्रोश फैला हुआ है।
Post Published By: Jay Chauhan
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Uttarakhand: रामनगर में मांस प्रकरण मामले ने पकड़ा तूल, आक्रोशित लोगों ने तहसील परिसर में दिया धरना

Nainital: नैनीताल के रामनगर में मांस प्रकरण मामले को लेकर इलाके के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। बीती 23 अक्टूबर को संदिग्ध मांस प्रकरण में पकड़े गए वाहन चालक के साथ हुई मारपीट मामले में बुधवार को विभिन्न संगठनों के लोगों ने तहसील परिसर पहुंचकर धरना-प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों ने इस प्रकरण में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी एवं मारपीट में घायल हुए चालक नासिर को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है।

तहसील परिसर में धरना स्थल पर हुई सभा में बोलते हुए लोगों ने कहा कि रामनगर में कुछ हिंदूवादी संगठन के प्रतिनिधियों द्वारा शहर का माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लव जिहाद लैंड जिहाद जैसी घटनाओं को लेकर एक समुदाय के लोगों को टारगेट कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है।

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उन्होंने कहा कि आज घटना के 6 दिन बीतने के बाद भी पुलिस नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पा रही है।

तहसील परिसर में धरना-प्रदर्शन करते आक्रोशित लोग

उन्होंने कहा कि आज इस मामले में घटना में शामिल जिन लोगों को घायल चालक की पत्नी द्वारा नामजद किया गया है। पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है। इसके साथ ही वक्ताओं ने कहा कि घटना में शामिल नामजद आरोपी आज भी सोशल मीडिया के माध्यम से शहर का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहा है।

उन्होंने इस मामले में सभी नामजद आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग करने के साथ ही घटना में गंभीर रूप से घायल वाहन चालक नासिर को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस ने शीघ्र गिरफ्तारी नहीं की तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

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गौरतलब है कि मामले की शुरुआत तब हुई जब छोई क्षेत्र में एक पिकअप वाहन में कथित प्रतिबंधित मांस पकड़ा गया। इसके बाद हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस चौकी पर हंगामा करते हुए पुलिस और वन विभाग के कुछ कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए।

उन्होंने संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी। इस दौरान मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने पिकअप चालक के साथ मारपीट भी की।

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