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उत्तराखंड: देवप्रयाग में भूस्खलन, पहाड़ से गिरकर आये पत्थर, कई मकान क्षतिग्रस्त

मानसून सीजन के चलते उत्तराखंड में बड़े-बड़े पहाड़ दरक रहे हैं। टिहरी के देवप्रयाग में सोमवार को भूस्खलन के कारण पौड़ी देवप्रयाग मार्ग अवरुद्ध हो गया। गौशाला और मकान मलबे की चपेट में आ गए।
Post Published By: Jay Chauhan
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उत्तराखंड: देवप्रयाग में भूस्खलन, पहाड़ से गिरकर आये पत्थर, कई मकान क्षतिग्रस्त

Devprayag (Tehri Garhwal): टिहरी जिले के देवप्रयाग में सोमवार को पहाड़ दरकने की बड़ी खबर सामने आयी है। देवप्रयाग थाने के पास सोमवार को पहाड़ पर भूस्खलन होने से बड़े बोल्डर दरक कर पहाड़ के नीचे खड़ी गाड़ियों और आवासीय भवन के ऊपर जा गिरे। जिससे आवासीय भवनों, खड़ी बाइकों को भारी नुकसान हुआ। इसके अलावा कई बिजली के खंभे भी टूट गए, जिससे इलाके में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। सूचना पर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

जानकारी के अनुसार लगाातार हो रही बारिश के कारण सोमवार को अचानक पहाड़ से भूस्खलन होने लगा और बड़े-बड़े पत्थर पहाड़ से गिरने लगे जिससे नीचे आवासीय घरों को

पहाड़ों से घरों के ऊपर गिरे बोल्डर

नुक्सान हुआ। रोड पर खड़ी कई गाडियां भी बोल्डर की चपेट में आ गए। गनीमत रही कि जनहानि नहीं हुई।

जानकारी के अनुसार देवप्रयाग के बहा बाजार स्थित नृसिंहगाचल पर्वत से अचानक हुए भूस्खलन से विशाल बोल्डर नीचे आ गिरे, जिससे नगर के कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और एक व्यक्ति घायल हो गया। गनीमत रही कि हादसे के वक्त ज्यादातर लोग अपने घरों से बाहर थे, जिससे बड़ा जानमाल का नुकसान टल गया है।

इन बोल्डरों की चपेट में आकर विपिन चंद्र मिश्रा, भगवती प्रसाद मिश्रा और पनीलाल के मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में दो मोटरसाइकिलें और एक पिकअप वाहन भी बोल्डरों के नीचे दब गए। पहाड़ से भूस्खलन और पत्थर गिरने के बाद धुएं का गुबार दिखाया गया।

गौरतलब है कि 2010 में भी इसी जगह पर भारी बोल्डर गिरने की घटना हुई थी। जिसने स्थानीय निवासियों में एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। बार-बार हो रही इस तरह की घटनाओं ने क्षेत्र में भूस्खलन के खतरे को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

तस्वीरों में आप साफ तौर पर देख सकते कि इतने बड़े -बड़े पत्थर मकान के ऊपर गिरे हैं।  घटना की सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल भेजा गया है।

प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों से अपील कि है कि मॉनसून के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा के समय सतर्क रहें. बारिश के चलते भूस्खलन की घटनाएं लगातार हो रही हैं। किसी भी अनहोनी से बचाव के लिए सावधानी बरतें।

पौड़ी गढ़वाल एसडीएम दीपक रामचंद्र सेठ ने बताया कि सूचना मिलते ही राजस्व की टीम को मौके के लिए भेज दिया गया है। जो भी जनहानि हुई है, उसका आकलन किया जाएगा। इसके साथ ही राहत और बचाव का काम किया जा रहा है।

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