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उत्तराखंड में फिर बरसी आसमानी आफत: चमोली के थराली में बादल फटने से मचा कहर, कई जिलों में अलर्ट

उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। चमोली जिले के थराली कस्बे में देर रात बादल फटने से भारी तबाही मची, कई घर और वाहन मलबे में दब गए। पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में स्कूल बंद किए गए हैं।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
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उत्तराखंड में फिर बरसी आसमानी आफत: चमोली के थराली में बादल फटने से मचा कहर, कई जिलों में अलर्ट

Chamoli: उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बारिश कहर बनकर टूट रही है। बीते कुछ दिनों से राज्य के कई हिस्सों में लगातार हो रही मूसलधार बारिश के चलते जहां एक ओर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, वहीं अब चमोली जिले के थराली कस्बे में बादल फटने की खबर से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। हादसे में एक व्याक्ति के गायब होने की भी खबर सामने आ रही है।

मलबे में फंसे कई लोग

बीती रात करीब एक बजे थराली में तेज बारिश के साथ बादल फटा, जिससे कस्बे के कई घरों, सरकारी कार्यालयों और वाहनों में मलबा भर गया। तेज बहाव के साथ आए मलबे ने तहसील परिसर, एसडीएम आवास और नगर पालिका अध्यक्ष के आवास को क्षतिग्रस्त कर दिया। आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार, इस घटना में एक युवती के मलबे में दबने की खबर है, जबकि कई अन्य लोग अभी भी फंसे हुए बताए जा रहे हैं।

सड़कें बनीं तालाब

स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश और अंधेरे के बीच रातभर चीख-पुकार मची रही। बिजली गुल होने के कारण स्थिति और भयावह हो गई। लोग सड़कों पर आ गए और एक-दूसरे को बचाने की कोशिश में जुटे रहे। मलबे के कारण कस्बे की सड़कें तालाब जैसी हो गई हैं, जिससे राहत और बचाव कार्य में भी कठिनाई आ रही है।

प्रशासन ने की स्कूल बंद करने की घोषणा

घटना के तुरंत बाद चमोली प्रशासन हरकत में आया और थराली तहसील के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को 23 अगस्त को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया गया। वहीं पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में भी स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया है। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए कक्षा 12वीं तक सभी सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित किया।

राहत और बचाव कार्य जारी

चमोली के जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि मौके पर पुलिस, एनडीआरएफ और प्रशासन की टीमें पहुंच चुकी हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की है। पास के सागवाड़ा गांव में भी एक युवती मलबे में फंसी बताई जा रही है, जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

मैदानी जिलों में भी खतरे के संकेत

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार, 22 से 25 अगस्त तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। कुछ स्थानों पर अति भारी बारिश की संभावना को देखते हुए रेड और येलो अलर्ट जारी किया गया है। खासकर चमोली, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और बागेश्वर जैसे पर्वतीय जिलों में सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, उधम सिंह नगर जैसे मैदानी जिलों में भी कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने आकाशीय बिजली गिरने की आशंका को लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।

पिछली आपदाएं अभी भूली नहीं थी जनता

गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले उत्तरकाशी के धराली और हर्षिल क्षेत्रों में भी भारी बारिश और सैलाब ने तबाही मचाई थी। वहां अभी पुनर्निर्माण का कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है कि अब चमोली के थराली क्षेत्र में नई आपदा ने लोगों को एक बार फिर भयभीत कर दिया है।

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