नैनीताल में डीएम ललित मोहन रायल ने बिना पूर्व सूचना के हल्द्वानी तहसील का निरीक्षणकिया। संवेदनशील सरकारी फाइलें बाहरी लोगों के हाथ में मिलने पर नाराजगी जताई। अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी और जांच का आदेश दिया।

डीएम ने निरीक्षण किया
Nainital: जिलाधिकारी ललित मोहन रायल ने सोमवार दोपहर बिना किसी पूर्व सूचना के हल्द्वानी तहसील का दौरा किया और अचानक तहसील में प्रवेश कर अधिकारियों और कर्मचारियों के कामकाज का निरीक्षण शुरू कर दिया। उनका यह कदम प्रशासनिक अनुशासन और पारदर्शिता को लेकर सख्त संदेश माना जा रहा है।
डीएम हुए नाराज
निरीक्षण के दौरान डीएम ने देखा कि दो ऐसे लोग, जो सरकारी कर्मचारी नहीं थे, फिर भी दाखिल-खारिज से जुड़ी महत्वपूर्ण फाइलें संभाल रहे थे। यह देख डीएम ने तहसीलदार से कड़ा सवाल किया कि संवेदनशील दस्तावेज निजी लोगों के हाथ में कैसे पहुंच गए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि तहसील का हर काम तहसीलदार की जिम्मेदारी में आता है और किसी भी बाहरी व्यक्ति को सरकारी रिकॉर्ड छूने का अधिकार नहीं है।
बढ़ती समस्या पर उठाया सवाल
डीएम ने कर्मचारियों से यह भी पूछा कि इसी तरह की लापरवाही के कारण फर्जी प्रमाणपत्र और शिकायतें क्यों बढ़ रही हैं। उन्होंने तहसील में सिस्टम को दुरुस्त करने और कर्मचारियों को काम के सही तरीके सिखाने पर जोर दिया। डीएम ने कहा कि अगर तेज और सही काम चाहिए तो पहले सिस्टम को मजबूत बनाना होगा।
अधिकारियों को सख्त चेतावनी
डीएम ने रजिस्ट्रार कानूनगो और तहसीलदार से तुरंत जवाब मांगा और कहा कि कोई भी बाहरी व्यक्ति सरकारी फाइलों तक नहीं पहुंच पाए। उन्होंने पूरे मामले की जांच कराने के निर्देश दिए। उनके निरीक्षण के बाद तहसील में कामकाज को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों में सख्ती बढ़ गई है। सभी को नियमों का पालन करने की चेतावनी दी गई है।
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प्रभाव और आगे की कार्रवाई
डीएम के इस अचानक निरीक्षण से तहसील प्रशासन में हड़कंप मच गया। कर्मचारियों को अब सभी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता बरतनी होगी। किसी भी संवेदनशील दस्तावेज को बाहरी लोगों के हाथ में नहीं जाने दिया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि डीएम के निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।