काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर बड़ी मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जिसमें आतंकवादियों द्वारा फायरिंग और बंधक बनाने की परिकल्पना पर प्रतिक्रिया का अभ्यास किया गया। पुलिस, एटीएस, आरपीएफ, दमकल और मेडिकल टीम ने संयुक्त ऑपरेशन कर आतंकवादियों को निष्क्रिय किया।

काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर मॉक ड्रिल
Nainital: नैनीताल जिले के काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर अचानक मचा आतंक का सन्नाटा और गोलियों की तड़तड़ाहट के बीच बंधक बने यात्री, लेकिन यह वास्तविक घटना नहीं, बल्कि एक बड़े मॉक ड्रिल का हिस्सा था। हाल के दिनों में देशभर में हुए धमाकों और सुरक्षा माहौल की बढ़ती संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने इस सुरक्षा अभ्यास का आयोजन किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ड्रिल के दौरान परिकल्पना बनाई गई कि प्लेटफार्म नंबर 1 पर कुछ हथियारबंद आतंकवादियों ने फायरिंग की और दक्षिणी छोर की ओर भाग गए। सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस ने तुरंत स्टेशन को घेरकर इलाके को सील कर दिया। कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी सुरक्षा इकाइयों को अलर्ट किया गया और वहां मौजूद यात्री सुरक्षित स्थानों पर ले जाए गए।
आतंकवादियों ने अंतिम वेटिंग रूम में तीन लोगों को बंधक बना लिया। इस पर आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) और पुलिस ने तुरंत ऑपरेशन शुरू किया। ड्रिल के दौरान एटीएस ने दो आतंकवादियों को मार गिराया, एक को घायल किया और एक आतंकवादी को जिंदा पकड़ लिया। बंधकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और स्टेशन में मौजूद यात्रियों को किसी भी तरह का खतरा नहीं हुआ।
जिंदा पकड़े गए आतंकी ने पूछताछ में बताया कि उसने प्लेटफार्म नंबर 1 पर टिकट घर के बाहर एक गत्ते के डिब्बे में बम रखा है। सूचना मिलते ही स्टेशन खाली कराया गया और बम डिस्पोजल टीम ने मौके की जांच कर पूरी सुरक्षा सुनिश्चित की। इस प्रक्रिया से सभी विभागों के बीच त्वरित समन्वय और संयुक्त कार्य प्रणाली का अभ्यास हुआ।
मॉक ड्रिल के लिए दिए गए निर्देश
मार गिराए गए आतंकवादियों के शवों का पंचनामा भर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई। घायल आतंकवादी को पुलिस निगरानी में बेस अस्पताल पहुंचाया गया। मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस, आरपीएफ, एटीएस, फायर सर्विस, एसडीआरएफ, मेडिकल टीम और 108 एम्बुलेंस समेत कई विभागों ने भाग लिया।
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प्रशासन ने इस अभ्यास को इसलिए आयोजित किया ताकि आकस्मिक परिस्थितियों में सभी सुरक्षा और आपदा प्रबंधन एजेंसियों की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को परखा जा सके। अधिकारीयों ने बताया कि इस तरह के मॉक ड्रिल से स्टेशन और शहर की सुरक्षा मजबूत होती है और यात्रियों में भी सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ती है।
इस मॉक ड्रिल ने यह स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद जैसी आपात स्थितियों में सभी एजेंसियां मिलकर तेजी से और प्रभावी कार्रवाई कर सकती हैं। प्रशासन ने कहा कि भविष्य में भी ऐसे अभ्यास समय-समय पर आयोजित किए जाएंगे ताकि वास्तविक खतरे के समय कोई कोताही न हो।