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Haridwar गंगा-जमुनी तहजीब की अनोखी मिसाल दो बार अपलोड है खबर

गंगा-जमुनी तहजीब की अनोखी मिसाल: मुस्लिम समुदाय ने पुलिस संग मिलकर कांवड़ियों पर बरसाए फूल
Post Published By: Jay Chauhan
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Haridwar गंगा-जमुनी तहजीब की अनोखी मिसाल    दो बार अपलोड है खबर

गंगा-जमुनी तहजीब की अनोखी मिसाल: मुस्लिम समुदाय ने पुलिस संग मिलकर कांवड़ियों पर बरसाए फूल
डायनामाइट संवाददाता, हरिद्वार | 19 जुलाई 2025

सावन के पवित्र महीने में हरिद्वार की पवित्र धरती पर गंगा-जमुनी तहजीब की एक बेमिसाल झलक देखने को मिली। कांवड़ यात्रा के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हरिद्वार पुलिस के साथ मिलकर शिव भक्त कांवड़ियों पर फूलों की वर्षा कर एकता और भाईचारे की मिसाल पेश की।

हर साल सावन में लाखों की संख्या में शिव भक्त कांवड़ यात्रा के लिए हरिद्वार पहुंचते हैं। इस बार भी शहर की सड़कों पर ‘बोल बम’ के जयकारों से माहौल गूंज उठा। भक्तगण जैसे ही शहर के प्रमुख मार्गों से गुजर रहे थे, मुस्लिम समाज के लोगों ने उन्हें रोककर गुलाब और गेंदा फूलों से स्वागत किया। श्रद्धालुओं पर फूलों की बारिश होते ही वातावरण में उल्लास और सौहार्द की अनोखी छटा बिखर गई।

इस अनूठे स्वागत को और खास बना दिया हरिद्वार पुलिस ने, जिसने व्यवस्था को पूरी तरह शांतिपूर्ण और व्यवस्थित बनाए रखा। पुलिसकर्मियों ने मुस्लिम समाज के युवाओं और बुजुर्गों के साथ मिलकर शिव भक्तों को सुरक्षा और सहयोग का पूरा एहसास कराया। जगह-जगह पानी वितरण, प्राथमिक उपचार शिविर और यातायात नियंत्रण की पुख्ता व्यवस्था ने श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुखद बना दिया।

कांवड़ियों ने भी इस अभूतपूर्व प्रेम और भाईचारे को मुस्कान और आशीर्वाद के साथ स्वीकार किया। कई भक्तों ने कहा कि यह नजारा साबित करता है कि भारत में धर्म, जाति या समुदाय की दीवारें आपसी प्रेम और आदरभाव के आगे फीकी पड़ जाती हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह परंपरा पिछले कुछ वर्षों से लगातार देखने को मिल रही है, जो हरिद्वार की सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विविधता को और मजबूत करती है। प्रशासन और पुलिस ने भी मुस्लिम समुदाय के इस योगदान की सराहना की और सभी से इसी सौहार्द को बनाए रखने की अपील की।

हरिद्वार की यह तस्वीर न सिर्फ स्थानीय लोगों बल्कि दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं के लिए भी एक यादगार पल बन गई। यह दृश्य आने वाली पीढ़ियों के लिए संदेश है कि मजहब से ऊपर उठकर इंसानियत और एकता ही हमारी असली पहचान है।

 

 

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