हरिद्वार: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की के वरिष्ठ प्रोफेसर को यौन उत्पीड़न के आरोप में सेवा से बर्खास्त किया गया है। प्रबंधन अध्ययन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष रह चुके 60 वर्षीय डॉ. जिल्लुर रहमान को एक पीएचडी छात्रा की ओर से यौन उत्पीड़न की शिकायत मिलने के बाद संस्थान ने आंतरिक जांच कराई, जिसके बाद यह यह कदम उठाया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पीएचडी की छात्रा ने जनवरी माह में शिकायत दर्ज करायी थी। संस्थान ने प्रोफेसर रहमान को सफाई देने के दो मौके दिए लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने पर बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (BOG) ने 15 अप्रैल को आयोजित बैठक में उनकी बर्खास्तगी को स्वीकृति दे दी।
जानकारी के अनुसार रहमान को सोमवार शाम को आधिकारिक रूप से बर्खास्तगी पत्र सौंपा गया और मंगलवार को संस्थान की ओर से बयान जारी कर इस कार्रवाई की पुष्टि की गई।
रहमान आईआईटी रुड़की में विपणन प्रबंधन पढ़ाते थे, बर्खास्तगी के समय 15 से अधिक शोधकर्ताओं के मार्गदर्शक थे। अब इन छात्रों के शैक्षणिक मार्गदर्शन और भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
संस्थान के एक वरिष्ठ संकाय सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह आईआईटी रुड़की के इतिहास में पहला मामला है जब किसी फैकल्टी सदस्य को यौन उत्पीड़न के आरोप में बर्खास्त किया गया हो।
प्रोफेसर रहमान ने इस मामले में कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है और न ही फोन कॉल का जवाब दिया। उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि वह अपनी बर्खास्तगी को उच्च न्यायालय में चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं।
प्रोफेसर रहमान ने अपनी तमाम शैक्षणिक डिग्रियां अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से प्राप्त की थीं और वह वर्षों से आईआईटी रुड़की के प्रबंधन अध्ययन विभाग में कार्यरत थे।