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उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के पटेल नगर इलाके में रविवार रात एक निजी पार्टी मौत के मंजर में बदल गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पार्टी के दौरान पिस्टल से चली गोली
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के पटेल नगर इलाके में रविवार रात एक निजी पार्टी मौत के मंजर में बदल गई। पांच दोस्तों की मस्ती भरी शाम उस समय खूनी संघर्ष में बदल गई जब उनमें से एक ने बिना लाइसेंस वाली पिस्तौल से खेलते हुए अपने दोस्त को गोली मार दी। मृतक की पहचान पेशे से डीजे 30 वर्षीय सागर कुमार के रूप में हुई है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक आरोपी अमन ने दोस्तों को पार्टी के लिए अपने घर की छत पर बुलाया था। अमन एक छोटा सा ऑनलाइन बिजनेस चलाता है। पार्टी के दौरान जब सभी शराब पी रहे थे, तो अमन ने अपनी पिस्तौल निकाली, मैगजीन निकाली और टेबल पर रख दी। थोड़ी देर बाद वह वही पिस्तौल लेकर आया और मजाक-मजाक में सागर पर तान दी और ट्रिगर दबा दिया। उसे इस बात का अहसास ही नहीं हुआ कि पिस्तौल पहले से ही कॉक हो चुकी थी और चैंबर में अभी भी एक राउंड मौजूद था। गोली सीधे सागर के सीने में लगी। दोस्तों ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पटेल नगर थाना प्रभारी चंद्रभान सिंह अधिकारी के अनुसार, घटना के बाद आरोपी अमन फरार हो गया है और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। सागर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
यह दुखद घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब ठीक एक महीने पहले 16 अप्रैल को झारखंड के छात्र शशि शेखर के साथ भी ऐसी ही घटना हुई थी। वह भी दोस्त की बंदूक से गोली लगने से घायल हो गया था और 20 अप्रैल को उसकी मौत हो गई थी।
इन घटनाओं से एक बार फिर सवाल उठता है कि बिना लाइसेंस के हथियारों तक पहुंच इतनी आसान कैसे हो गई है? साथ ही, ये मामले हथियारों के प्रति लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैये की खतरनाक तस्वीर पेश करते हैं। जरूरी है कि कानून के साथ-साथ समाज भी इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करे, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।