Agra: आगरा में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर से खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, जिससे स्थानीय प्रशासन और नागरिकों में चिंता का माहौल है। पिछले कुछ दिनों से पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश के कारण नदी के जलस्तर में तेज़ी से वृद्धि हुई है। शनिवार को गोकुल बैराज से 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद, जलस्तर 496.1 फीट तक पहुंच चुका है, जो कि खतरे की चेतावनी के निशान से 1.1 फीट ऊपर है। इसके कारण ताजमहल के पीछे स्थित पार्क और आसपास के क्षेत्रों में पानी भर गया है और कई घाटों की सीढ़ियां भी डूब चुकी हैं।
नदी के किनारे के इलाकों में बाढ़ का खतरा
यमुना नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से आगरा के कई प्रमुख क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। प्रशासन ने यमुना किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है। तहसील सदर के गांव तनौरा, नूरपुर, कैलाश, स्वामी बाग, नगला बूढ़ी और अमर विहार दयालबाग सहित कई अन्य गांवों को प्रभावित होने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा, तहसील फतेहाबाद के गांव भरापुर, बमरौली और ईदौन आदि भी प्रभावित हो सकते हैं।
कैलाश घाट और बल्केश्वर में स्थिति गंभीर
आगरा के प्रमुख कैलाश मंदिर घाट की सीढ़ियां पूरी तरह से डूब चुकी हैं। यमुना का पानी बैरीकेडिंग तक पहुंच चुका है, जिससे घाट पर जाने वालों को रोका जा रहा है। इसके अलावा, बल्केश्वर के पार्वती घाट और काली भैरो मंदिर की स्थिति भी गंभीर है। मंदिर का प्लेटफॉर्म पूरी तरह से पानी में डूब चुका है और मंदिर की रेलिंग भी आधी डूब गई है। यहां पूजा पाठ बंद हो चुका है और श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन की ओर से की गई तैयारियां
नगर निगम ने जलस्तर बढ़ने के बाद सभी घाटों के आसपास निगरानी बढ़ा दी है और संबंधित क्षेत्रों में कर्मियों को तैनात किया है। 24 घंटे स्थिति पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा, प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम भी सक्रिय कर दिया है। कंट्रोल रूम का नंबर 0562-2260550 और 09458095419 है, जिस पर किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में संपर्क किया जा सकता है।
बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सक्रियता
आगरा में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया है। राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी स्वंय भ्रमणशील रहकर बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन का कहना है कि स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और अगर स्थिति और बिगड़ती है, तो तत्काल राहत कार्य शुरू किए जाएंगे।