Site icon Hindi Dynamite News

UP Board Exam 2025: जेलों में बंद 182 कैदियों ने पास की परीक्षा, बदली जिंदगी की दिशा

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की ओर से वर्ष 2024 की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम घोषित कर दिया गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
UP Board Exam 2025: जेलों में बंद 182 कैदियों ने पास की परीक्षा, बदली जिंदगी की दिशा

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की ओर से वर्ष 2025 की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा में न सिर्फ लाखों छात्र-छात्राएं सफल हुए हैं, बल्कि प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों ने भी अपनी मेहनत और लगन से नई मिसाल कायम की है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस साल यूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में कुल 90.11 फीसदी और 12वीं में 81.15 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। इसी कड़ी में जेलों में बंद कैदियों ने भी शिक्षा के प्रति अपनी रुचि और लगन दिखाई है।

199 कैदी बोर्ड परीक्षा में हुए शामिल

प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद कुल 199 कैदी बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें से 182 कैदी सफल हुए हैं। 10वीं की परीक्षा में 94 कैदी शामिल हुए थे, जिनमें से 91 पास हुए, जबकि 12वीं की परीक्षा में 105 कैदी शामिल हुए और उनमें से भी 91 पास हुए। सफलता की यह दर न केवल उत्साहवर्धक है, बल्कि इस बात का प्रमाण भी है कि शिक्षा किसी भी परिस्थिति में व्यक्ति की राह बदल सकती है। गाजियाबाद और आगरा की जेलों से सबसे ज्यादा कैदी परीक्षा में शामिल हुए।

शिक्षकों की मदद भी मुहैया कराई गई

इन जेलों में न सिर्फ पढ़ाई के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे, बल्कि कैदियों को पढ़ाई के लिए किताबें, नोट्स और शिक्षकों की मदद भी मुहैया कराई गई। जेल प्रशासन ने इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कैदियों के पुनर्वास की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इस उपलब्धि से यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा सिर्फ ज्ञान अर्जित करने का जरिया नहीं है, बल्कि यह आत्म-परिवर्तन और सामाजिक पुनर्वास का भी सशक्त माध्यम बन सकती है।

बदलाव की राह पर चलना

जेलों में शिक्षा की यह अलख भविष्य में और भी कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ने में मददगार साबित हो सकती है। यूपी बोर्ड की यह परीक्षा न सिर्फ छात्रों के लिए बल्कि समाज के हर उस वर्ग के लिए प्रेरणा बन गई है, जो बदलाव की राह पर चलना चाहता है।

Exit mobile version