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प्रयागराज में गंगा और यमुना का विकराल रूप: हजारों लोग हुए बेघर, जानें अभी तक कितना हुआ नुकसान

प्रयागराज में एक बार फिर गंगा और यमुना का बढ़ता जलस्तर मुसीबत बनकर सामने आया है। नैनी, करेलाबाग, राजापुर और बेली गांव समेत कई इलाकों में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है। सैकड़ों परिवार विस्थापित हो गए हैं और राहत शिविरों में शरण लेने को मजबूर हैं। प्रशासन ने राहत व बचाव कार्य तेज कर दिए हैं।
Post Published By: Mayank Tawer
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प्रयागराज में गंगा और यमुना का विकराल रूप: हजारों लोग हुए बेघर, जानें अभी तक कितना हुआ नुकसान

Prayagraj: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। जिससे शहर के कई निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि सैकड़ों परिवारों को अपना घर छोड़कर राहत शिविरों का सहारा लेना पड़ रहा है। नैनी क्षेत्र में बख्शी बांध पर गंगा और यमुना का पानी खतरे के निशान के बेहद करीब पहुंच गया है, जिससे प्रशासन और स्थानीय नागरिकों की चिंता और बढ़ गई है।

लगातार गंभीर हो रहे है हालात

नैनी के छोटा बघाड़ा इलाके में शिव मंदिर, अमिताभ बच्चन पुलिया और आसपास के कई मोहल्लों में पानी इस कदर घुस चुका है कि जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने एनी बेसेंट राहत शिविर को सक्रिय कर दिया है। मंगलवार की शाम तक इस शिविर में 25 से अधिक परिवार पहुंच चुके थे और रात होते-होते यह संख्या 50 के पार चली गई।

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इन गांवों का सबसे बुरा हाल

गंगा और यमुना दोनों नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी लगातार जारी है। मंगलवार दोपहर से ही गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जबकि यमुना की रफ्तार भले थोड़ी धीमी पड़ी हो, लेकिन खतरा अभी भी बरकरार है। इन दोनों नदियों का पानी आसपास के इलाकों में तेजी से फैल रहा है। इसका सीधा असर बेली कछार, बेली गांव, राजापुर, नेवादा और अशोक नगर जैसे निचले इलाकों पर पड़ा है। जहां घरों में पानी घुस चुका है और लोग घर खाली करने को मजबूर हो गए हैं।

पुराने जख्मों की याद दिला दी

इसके अलावा कैंट मैरिज हॉल को भी पूरी तरह बाढ़ राहत शिविर में तब्दील कर दिया गया है। यहां भी मंगलवार शाम तक 25 से ज्यादा परिवार पहुंच चुके थे। प्रशासन की ओर से खाने-पीने और प्राथमिक चिकित्सा जैसी व्यवस्था की गई है, लेकिन अचानक आई इस आपदा ने स्थानीय लोगों को फिर से पुराने जख्मों की याद दिला दी है।

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लोगों का जीवन दूभर हो गया

सबसे अधिक संकट करेलाबाग इलाके में देखा जा रहा है, जहां बाढ़ का पानी तेजी से घुस गया है। पहले भी इस इलाके में बाढ़ ने काफी नुकसान किया था और अब फिर वही स्थिति बनती नजर आ रही है। गड्ढा कॉलोनी, जेके नगर, इस्लाम नगर जैसे मोहल्लों में लोगों का जीवन दूभर हो गया है। पानी की वजह से रोजमर्रा की गतिविधियां बाधित हो चुकी हैं और लोगों को पलायन करना पड़ रहा है।

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