सोनभद्र में बिहार जा रहे अंतरराज्यीय गोवंश तस्करों ने पुलिस चेकिंग के दौरान एक सिपाही को कुचलने का प्रयास किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने पीछा कर तस्करों की घेराबंदी की तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो तस्कर गोली लगने से घायल हुए, जबकि दो फरार हो गए।

गोवंश तस्कर गिरफ्तार (Img: Google)
Sonbhadra: सोनभद्र जिले में देर शाम एक बड़ी वारदात सामने आई, जब बिहार की ओर जा रहे गोवंश तस्करों के गिरोह ने पुलिस चेकिंग के दौरान एक सिपाही को कुचलने का प्रयास किया। घटना में सिपाही राहुल गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसके बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह मामला रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के मधुपुर इलाके में दुमही पुलिया के पास का है, जहां पुलिस और तस्करों के बीच मुठभेड़ हुई।
जानकारी के अनुसार करमा से रॉबर्ट्सगंज होते हुए दो पिकअप वाहनों में गोवंश लादकर तस्कर बिहार की ओर जा रहे थे। पुलिस की चेकिंग बढ़ी देखकर तस्करों ने रफ्तार बढ़ाई और रोकने की कोशिश कर रहे सिपाही राहुल को कुचलने का प्रयास किया। घटना के बाद सिपाही को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
सिपाही पर हमले की सूचना पर एसओजी और आसपास के तीन थानों की पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और तस्करों के पीछे लग गई। पीछा किए जाने पर बदमाश घबरा गए और दुमही पुलिया के पास पुलिस टीम को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दो तस्करों के पैर में गोली लगी और वे वहीं गिर पड़े। मौके का फायदा उठाकर दो अन्य तस्कर अंधेरे का सहारा लेकर फरार हो गए।
घायल बदमाशों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी पहचान मुन्ना पुत्र बिना, निवासी चैनपुर थाना क्षेत्र, कैमूर जिला (बिहार) और नीरज, निवासी पन्नुगंज थाना क्षेत्र, सोनभद्र के रूप में हुई है। दोनों के पास से दो तमंचे, एक जिंदा कारतूस और तीन खोखे बरामद किए गए हैं। पुलिस ने दोनों पिकअप वाहनों से लदे कुल 16 गोवंश को भी मुक्त करा लिया।
सीओ सिटी रणधीर मिश्रा ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से बिहार रूट पर गोवंश तस्करी में सक्रिय था। पुलिस की कार्रवाई के बाद अब पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है। घटना में शामिल दो घायल तस्करों समेत कुल छह पशु तस्करों को वांछित घोषित कर दिया गया है। फरार अपराधियों की तलाश में पुलिस टीमों को लगाकर संभावित इलाकों में दबिश दी जा रही है।
ऑनलाइन गेम में हारे लाखों, पिता से मांगी फिरौती; AMU छात्र ने ऐसे रची किडनैपिंग की फर्जी कहानी
उन्होंने बताया कि तस्करों की मंशा पुलिस टीम को घायल कर किसी भी तरह से वाहन को बिहार पहुंचाने की थी। सिपाही पर कुचलने का प्रयास गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और इसके लिए गैंग के खिलाफ हत्या के प्रयास, पशु क्रूरता अधिनियम और विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
मुठभेड़ वाली जगह से पुलिस ने कई अहम सुराग भी जुटाए हैं, जिनके आधार पर इस अंतरराज्यीय गैंग के बाकी सदस्यों तक पहुंचने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। घटना के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पुलिस पेट्रोलिंग भी तेज कर दी गई है।