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सीतापुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई; मुठभेड़ में दो इनामी बदमाश ढेर, पत्रकार हत्याकांड के थे मुख्य आरोपी

सीतापुर में पिसावाँ थाना क्षेत्र में यूपी STF और पुलिस की मुठभेड़ में दो इनामी बदमाश मारे गए। दोनों पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की हत्या समेत कई जघन्य अपराधों में वांछित थे और उन पर एक-एक लाख का इनाम घोषित था।
Post Published By: Tanya Chand
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सीतापुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई; मुठभेड़ में दो इनामी बदमाश ढेर, पत्रकार हत्याकांड के थे मुख्य आरोपी

Sitapur: बीती रात 6/7 अगस्त को सीतापुर के पिसावाँ थाना क्षेत्र में यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट और सीतापुर पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। मुठभेड़ के दौरान दो खूंखार और इनामी बदमाशों को गोली लगी, जिन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए सीएचसी ले जाया गया। वहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई।

दोनों बदमाशों की पहचान और आपराधिक इतिहास
मृतकों की पहचान राजू तिवारी उर्फ रिजवान और संजय तिवारी उर्फ शिब्बू उर्फ शकील खान के रूप में हुई है। दोनों सगे भाई थे और थाना मिसरिख के अटवा गांव के रहने वाले थे। इनका असली नाम राजू तिवारी और संजय तिवारी है, लेकिन पहचान छुपाने के लिए इन्होंने मुस्लिम नाम रखे हुए थे। दोनों बदमाश सीतापुर के वरिष्ठ पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की सनसनीखेज हत्या के मामले में वांछित थे। पुलिस ने इन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।

गंभीर आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे
राजू उर्फ रिजवान पर वर्ष 2006 में लखीमपुर खीरी में उपनिरीक्षक परवेज अली की नृशंस हत्या कर सरकारी रिवॉल्वर लूटने का संगीन आरोप था। वहीं, संजय तिवारी उर्फ शकील खान ने वर्ष 2011 में मचरहेता क्षेत्र में देवी सहाय शुक्ल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोनों पर हत्या, लूट, डकैती समेत दो दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

पुलिस ने की पुष्टि
सीतापुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुठभेड़ पूरी तरह नियमानुसार हुई और आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई के दौरान दोनों बदमाश मारे गए। मुठभेड़ स्थल से अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए गए हैं। मौके पर फॉरेंसिक टीम और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पहुंचकर जांच में जुटे हैं।

सामाजिक माहौल और प्रतिक्रिया
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पत्रकार वाजपेयी की हत्या के बाद से जनपद में आक्रोश का माहौल था और इन अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर समाज में दबाव बना हुआ था। पुलिस की इस कार्रवाई से आम जनमानस में राहत की भावना देखी जा रही है।

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