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बाराबंकी में ग्रामीण कॉन्क्लेव 2025: पद्मश्री रामशरण वर्मा का ‘ग्रो फॉर्म’ बना कृषि पर्यटन का मॉडल, देश को मिलेगी तरक्की

ग्रामीण कांक्लेव 2025 के तहत बाराबंकी स्थित पद्मश्री रामशरण वर्मा के ‘ग्रो फॉर्म’ का भ्रमण कराया गया। प्रदेश भर से आए 50 से अधिक फार्म-स्टे मालिकों और किसानों ने भाग लिया। इस अवसर पर कृषि पर्यटन को लेकर प्रेरणादायक अनुभव साझा किए गए और उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति की जानकारी दी गई।
Post Published By: Mayank Tawer
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बाराबंकी में ग्रामीण कॉन्क्लेव 2025: पद्मश्री रामशरण वर्मा का ‘ग्रो फॉर्म’ बना कृषि पर्यटन का मॉडल, देश को मिलेगी तरक्की

Barabanki: उत्तर प्रदेश में ग्रामीण पर्यटन और कृषि पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक अच्छा कार्य हुआ। बड़ा कदम उठाते हुए पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित ‘ग्रामीण कांक्लेव 2025’ का आयोजन किया गया। कांक्लेव का शुभारंभ 21 अगस्त को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह द्वारा किया गया है।

दूसरे दिन बाराबंकी के ‘ग्रो फॉर्म’ का भ्रमण

कांक्लेव के दूसरे दिन 22 अगस्त प्रतिभागियों को बाराबंकी के प्रगतिशील किसान और पद्मश्री सम्मानित रामशरण वर्मा द्वारा विकसित ‘ग्रो फॉर्म’ का दौरा कराया गया। यह फॉर्म अब कृषि पर्यटन का एक आदर्श मॉडल बन चुका है।

कई जिलों से आए फार्म-स्टे प्रतिनिधियों की सहभागिता

इस भ्रमण कार्यक्रम में प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से आए करीब 50 फार्म-स्टे मालिकों और किसानों ने भाग लिया। इन प्रतिभागियों ने ग्रो फॉर्म में उन्नत कृषि तकनीकों और नवाचारों का प्रत्यक्ष अनुभव किया। साथ में उन्होंने जाना कि कैसे पर्यटन को कृषि से जोड़कर किसानों की आय में वृद्धि की जा सकती है।

पद्मश्री रामशरण वर्मा ने साझा किया अपना अनुभव

पद्मश्री रामशरण वर्मा ने इस दौरान अपनी कृषि यात्रा, चुनौतियों और सफलताओं को विस्तार से साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने परंपरागत खेती को आधुनिक दृष्टिकोण के साथ जोड़ा और आज उनका फार्म हाउस देशभर से पर्यटकों के साथ कृषि विद्यार्थियों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है।

उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022 पर खुलकर हुई चर्चा

इस मौके पर पर्यटन विभाग के प्रतिनिधि सुमित श्रीवास्तव और ऐश्वर्या ने प्रतिभागियों को उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022 की प्रमुख विशेषताओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस नीति में ग्रामीण एवं कृषि पर्यटन को विशेष प्राथमिकता दी गई है। जिससे ना केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि गांवों की सांस्कृतिक विरासत को भी बढ़ावा मिलेगा।

आयोजक संस्थान का स्वागत

कार्यक्रम के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभा रहे आधारशिला संस्थान की ओर से मंडलीय संयोजक शशिभूषण सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत और आभार व्यक्त किया। उन्होंने अयोध्या मंडल में संचालित ग्रामीण पर्यटन परियोजनाओं और फार्म-स्टे गतिविधियों की भी जानकारी साझा की।

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