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Raebareli News: रायबरेली जेल में बन्द भाईयों को बहनों ने बांधी राखी

रायबरेली जेल में बन्द भाईयों को उनकी बहनों ने राखी बांधी। इसके लिये जेल प्रशासन ने इंतजाम किए हुए थे। जेल प्रशासन ने इस अवसर पर सुरक्षा की दृष्टि से सोन पापड़ी अंदर ले जाने की इजाज़त दी है जबकि टीके की थाली के साथ मीठे के तौर पर टॉफी दी गई है। इस दौरान राखी बांधने आई बहनें काफी भावुक नज़र आईं और उन्होंने कहा कि सरकार और जेल प्रशासन को इसके लिए बहुत धन्यवाद है।
Post Published By: Rohit Goyal
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Raebareli News: रायबरेली जेल में बन्द भाईयों को बहनों ने बांधी राखी

Raebareli: रायबरेली में रक्षाबंधन के अवसर पर जिला जेल में उत्सव का माहौल है। आज यहां जिला जेल में निरुद्ध भाइयों की बहनें दूर दूर से चलकर राखी बाँधने आई हैं। इस मौके पर जिला जेल ने बहनों के लिए विशेष व्यवस्था कराई है। यहां पचास पचास के बैच में महिलाएं अपने भाइयों को राखी बाँधने पहुँच रही हैं। इसके लिए जेल प्रशासन ने बहनों के लिए राखी टीका और अक्षत की व्यवस्था की है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता का अनुसार जेल प्रशासन ने इस अवसर पर सुरक्षा की दृष्टि से सोन पापड़ी अंदर ले जाने की इजाज़त दी है जबकि टीके की थाली के साथ मीठे के तौर पर टॉफी दी गई है। इस दौरान राखी बांधने आई बहनें काफी भावुक नज़र आईं और उन्होंने कहा कि सरकार और जेल प्रशासन को इसके लिए बहुत धन्यवाद है लेकिन भगवान् न करे यह दिन किसी को देखना पड़े। राखी बाँधने आई विनीता यादव ने कहा कि किसी को भी गलत कार्य करने से पहले अपने परिवार के बारे में सोंचना चाहिए। इस दौरान व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए जेल अधीक्षक प्रभात सिंह ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार सफलता पूर्वक रक्षाबंधन का कार्यक्रम. चल रहा है। उन्होंने कहा कि यहां आई हुई जब तक अंतिम बहन राखी नहीं बाँध लेती यह कार्यक्रम चलता रहेगा। इस दौरान कुछ मुस्लिम महिलाएं भी कतार में नज़र आयी जो यहां निरुद्ध अपने भाइयों को राखी बाँधने पहुंची ।

रक्षाबंधन के उपलक्ष पर रायबरेली जेल प्रशासन ने पूरे जेल को दुल्हन की तरह सजाया है, तो वही जेल में बंद बंदियों की कलाई में राखी बांधने आई बहनों के लिए विशेष सुविधाएं दी हैं। इसके बाद अभी तक 200 से अधिक बहनों ने भाइयों की कलाई में जेल के अंदर पहुंचकर रक्षाबंधन के पर पर रक्षा सूत्र बांधा है।

वही वही जेल प्रशासन के अधिकारी हिमांशु रौतेला ने बताया है कि आज सुबह 10:00 से लगातार मिलने के लिए लोगों की लाइने जेल के बाहर परिसर में लगी हुई है । जिसके चलते हमने अलग-अलग टोलियो में 50-50 महिलाओं को जेल के अंदर प्रशासन द्वारा निश्चित स्थान पर बंदी भाइयों के हाथ में रक्षा सूत्र बांधने का नियम बनाया है। इस दौरान जेल प्रशासन द्वारा हल्दी,रोली, अक्षत समेत राखी और मिष्ठान की व्यवस्था की गई है।

हमारे यहां जेल में निरोध कैदियों की संख्या 1037 है। जिनमे 42 महिलाएं व 995 पुरुष कैदी शामिल है। अभी तक जानकारी के मुताबिक लगभग 300 से अधिक बहनों ने जेल में निरुद्ध अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधी है।
वहीं सुरक्षा के नजरिए से जेल प्रशासन के कर्मचारियों के साथ-साथ जिला पुलिस प्रशासन से भी सहयोग लिया गया है। जिसके चलते पुलिस अधीक्षक रायबरेली डॉक्टर यशवीर सिंह ने चार निरीक्षक, आठ उप निरीक्षक समेत तीन दर्जन से अधिक पुलिस कर्मचारियों की तैनाती जिला जेल परिसर मे की है।

वही अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधने पहुंची शालू सिंह व विनीता यादव ने बताया है कि आपसी विवाद जैसे मामलों में मेरे भाइयों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर उनको जेल भेज दिया गया था, जमानत होने से पहले ही रक्षाबंधन पर्व की तारीख आ गई और हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हम लोगों को अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधना था। हर वर्ष तो हम लोग घर पर ही जाकर भाइयों की कलाई में राखी बांधते थे. लेकिन इस वर्ष जेल में आकर अपने भाई की कलाई में राखी बांधने पर खुशी तो है लेकिन अफसोस इस बात का है कि रक्षा सूत्र जेल के अंदर बांधना पड़ रहा है।

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