जौनपुर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ देश भर में गुस्से की लहर है, और इसी संदर्भ में यूपी के जौनपुर जिले में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मुसलमानों ने एक व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। यह आंदोलन स्पष्ट रूप से आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ था, जिसमें स्थानीय समुदाय के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, अटाला मस्जिद के बाहर एकत्रित सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने “आतंकवाद मुर्दाबाद” और “पाकिस्तान मुर्दाबाद” के नारे लगाए। उन्होंने उस आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों की जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। प्रदर्शनकारियों की भावना स्पष्ट थी कि वे इस प्रकार की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और वे ऐसे आतंकवादियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एकजुट हैं।
निर्दोष लोगों की जान लेने वाले ये आतंकवादी इंसान नहीं
एक स्थानीय महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम इस आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। निर्दोष लोगों की जान लेने वाले ये आतंकवादी इंसान नहीं हैं। सरकार को चाहिए कि इनका जड़ से खात्मा करे।” उन्होंने अपनी बात में आतंकवाद के खिलाफ जोरदार संदेश दिया कि यह एक ऐसा खतरा है जिसे हर किसी को मिलकर समाप्त करना चाहिए।
आतंक के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग
वहीं, एक स्थानीय युवक ने अपनी आवाज उठाते हुए कहा, “हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि आतंक के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएं। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, और जो लोग ऐसा करते हैं, वे इंसानियत के दुश्मन हैं।” उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह विचार सम्पूर्ण मुस्लिम समुदाय का है कि आतंकवाद को किसी भी रूप में नहीं स्वीकार किया जाना चाहिए।
इस विरोध प्रदर्शन ने मुस्लिम समुदाय के बीच एकत्रित गुस्से और उनकी स्पष्ट इच्छाओं को उजागर किया है। उन्होंने सीधा संदेश दिया है कि वे आतंकवाद के खिलाफ हैं और इस तरह के हमलों का करारा जवाब देने के लिए भारत सरकार से अपेक्षाएँ रखते हैं।
सार्वजनिक स्थान पर एकत्रित होकर लोगों का यह प्रदर्शन केवल एक सांकेतिक विरोध नहीं था, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ एक ठोस आवाज थी। इस प्रदर्शन में लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी भावनाएँ प्रकट की हैं।