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विवाहिता को दहेज के लिए प्रताड़ित कर घर से निकाला, पति समेत 5 पर केस दर्ज

गोरखपुर जनपद के खजनी थाना क्षेत्र में एक विवाहिता के साथ दहेज की मांग को लेकर की गई शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का मामला सामने आया है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने पति सहित ससुराल पक्ष के पांच लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
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विवाहिता को दहेज के लिए प्रताड़ित कर घर से निकाला, पति समेत 5 पर केस दर्ज

Gorakhpur News: गोरखपुर जनपद के खजनी थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां विवाहिता को शादी के बाद दहेज की मांग को लेकर न सिर्फ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी, बल्कि उसे मारपीट कर घर से भी निकाल दिया गया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, विवाहिता की शादी बड़े ही धूमधाम से हुई थी। शादी में लड़की के पिता ने नकद रुपये समेत करीब 25 लाख रुपये खर्च किए थे। शादी के बाद जब वह अपने ससुराल पहुंची, तो वहां के हालात पूरी तरह बदल गए। ससुराल वालों ने उस पर चार पहिया वाहन लाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब पीड़िता ने स्पष्ट किया कि उसके पिता पहले ही भारी खर्च कर चुके हैं और अब और दहेज देना संभव नहीं है, तो ससुराल वालों ने उसका उत्पीड़न शुरू कर दिया।

ससुरालवालों ने शुरू की मारपीट

कुछ समय बाद जब उसके पिता विदाई के लिए ससुराल पहुंचे तो दिखावे के तौर पर उसे मायके भेज दिया गया, लेकिन दूसरी बार ससुराल लौटने पर स्थिति और भी बदतर हो गई। 20 अप्रैल 2024 को पति और परिवारजनों ने पीड़िता से जमकर मारपीट की, उसका स्त्रीधन छीन लिया और घर से धक्के मारकर निकाल दिया। मजबूर होकर उसने अपने भाई को बुलाया और मायके लौट गई।

पीड़िता ने थाने में दर्ज कराया मामला

पीड़िता ने 1 अगस्त को थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष खजनी अनूप सिंह के निर्देश पर केस संख्या 282 दर्ज किया गया। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 498ए (दहेज प्रताड़ना), 323 (मारपीट), 504 (गाली-गलौज) और दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3/4 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

इन आरोपियों पर कार्रवाई

आरोपियों में पीड़िता का पति राजीव यादव, सास लीलावती देवी, जेठ रणविजय यादव, जेठानी मनीषा यादव और देवर राणा प्रताप यादव शामिल हैं। थानाध्यक्ष अनूप सिंह ने बताया कि मामले की जांच एसआई सचिन कुमार सिंह को सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जल्द ही दबिश दी जाएगी। अब देखना यह है कि कानून के शिकंजे में फंसने के बाद आरोपियों पर क्या कार्रवाई होती है।

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