लखनऊ की महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को लेकर बड़ा खुलासा, आतंकी मॉड्यूल केस में गिरफ्तार

जम्मू-कश्मीर, फरीदाबाद, हरियाणा और अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से आतंकी मॉड्यूल केस में बड़ी गिरफ्तारी हुई है। लखनऊ की महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया गया है और उसे लेकर श्रीनगर गई है। महिला डॉक्टर की कार से खतरनाक हथियार भी बरामद किए गए हैं।

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 10 November 2025, 5:15 PM IST
google-preferred

Lucknow: लखनऊ की एक महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को आतंकी मॉड्यूल के कनेक्शन में गिरफ्तार किया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉक्टर को दबोचा है। शाहीन पर पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवत-उल-हिंद (AGuH) से जुड़े होने के आरोप हैं।

पुलिस के अनुसार, 19 अक्तूबर 2025 को श्रीनगर के बुनपोरा, नौगाम में कई जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाए गए थे, जिनमें पुलिस और सुरक्षाबलों को धमकाया गया था। इसके बाद एफआईआर संख्या 162/2025 दर्ज की गई और जांच शुरू हुई। जांच में यह सामने आया कि यह नेटवर्क शिक्षित और पेशेवर युवाओं से जुड़ा था और विदेशी संपर्कों के माध्यम से संचालित हो रहा था।

Jammu and Kashmir: सुरक्षाबलों ने कुलगाम में 2 आतंकी ठिकाने किए तबाह, आतंक की जड़ें उखाड़ीं

जांच में पता चला कि यह समूह एन्क्रिप्टेड चैनलों के जरिए भर्ती, समन्वय, धन-संग्रह और लॉजिस्टिक्स का काम करता था। धनराशि पेशेवर और शैक्षणिक नेटवर्क के माध्यम से, सामाजिक या धर्मार्थ कारणों का बहाना बनाकर जुटाई जा रही थी। आरोपी आतंकवाद के लिए लोगों की पहचान, उन्हें कट्टर बनाने और हथियार/आइईडी बनाने के लिए सामग्री जुटाने में जुड़ा हुआ पाए गया है।

हथियारों और विस्फोटक सामग्री का बड़ा जखीरा बरामद

जांच के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री जब्त की है। बरामद किए गए हथियारों में एक चीनी स्टार पिस्टल और बेरेटा पिस्टल (गोला-बारूद सहित) एक एके-56 राइफल और एके क्रिनकोव राइफल (गोला-बारूद सहित)। लगभग 2900 किलो आईईडी बनाने का सामान, जिसमें विस्फोटक, रासायनिक पदार्थ, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, बैटरियां, तार, टाइमर, रिमोट कंट्रोल और धातु की चादरें शामिल हैं।

Jammu & Kashmir: बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए जारी की List, इन्हें दिया टिकट

फंडिंग और विदेशी कनेक्शन की जांच तेज

पुलिस ने बताया कि आतंकियों को मिलने वाले फंड और विदेशी सपोर्ट की जांच जारी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह नेटवर्क न केवल आतंकी गतिविधियों को समर्थन दे रहा था, बल्कि तकनीकी संसाधन और फर्जी पहचान पत्रों के जरिए वित्तीय लेनदेन भी कर रहा था। सुरक्षा एजेंसियां अब इस पूरे तंत्र के विदेशी नेटवर्क और संपर्कों को खंगाल रही हैं।

Location : 
  • Lucknow

Published : 
  • 10 November 2025, 5:15 PM IST