महराजगंज जिले के कोल्हुई क्षेत्र के मैनहवा टोला बनरही निवासी युवा इंजीनियर की गुजरात में इलाज के दौरान मौत हो गई। अर्जुन परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे, जिनकी अचानक बिगड़ी तबीयत चार दिनों से गंभीर बनी हुई थी। निधन की खबर गांव पहुंचते ही मातम छा गया।

परिवार में मातम का माहौल
Kolhui: गुजरात में नौकरी कर रहे कोल्हुई क्षेत्र के एक युवा इंजीनियर की अचानक मौत की खबर से पूरे गांव में मातम फैल गया है। मैनहवा टोला बनरही निवासी 32 वर्षीय अर्जुन मौर्या गुजरात की एक प्रतिष्ठित केमिकल कंपनी में इंजीनियर के पद पर काम कर रहे थे। परिवार में उनके अलावा कोई कमाने वाला नहीं था, इसलिए उनकी मृत्यु ने परिवार को भावनात्मक और आर्थिक दोनों रूप से तोड़ कर रख दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, परिवार ने बताया कि अर्जुन की तबीयत लगभग चार दिन पहले अचानक बिगड़ गई थी। गुजरात स्थित कंपनी परिसर में ही उनका प्रारंभिक उपचार शुरू किया गया, लेकिन स्वास्थ्य लगातार गिरता गया। हालत गंभीर होती देख कंपनी प्रबंधन ने उन्हें तत्काल बड़ोदरा के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ी, लेकिन अर्जुन की हालत सुधर नहीं सकी। अंततः इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
अर्जुन के निधन की खबर जब गुजरात से गांव पहुंची, तो घर में कोहराम मच गया। पिता राधेश्याम मौर्या गहरे सदमे में चले गए और खुद को संभाल नहीं पा रहे हैं। मां, बहनें और अन्य परिजन रो-रोकर बेसुध हो गए। घर में ऐसा माहौल है कि हर किसी की आंखें नम हैं और मातम का सन्नाटा पूरे वातावरण को भारी कर रहा है।
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मौत की खबर फैलते ही गांव के लोग बड़ी संख्या में मौर्या परिवार के घर पहुंचने लगे। पड़ोसियों और रिश्तेदारों का कहना है कि अर्जुन बेहद मिलनसार, मेहनती और होनहार युवक था। कम उम्र में ही उसने अपने परिवार की जिम्मेदारी उठा ली थी। हर कोई इस त्रासदी से स्तब्ध है।
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सूत्रों के अनुसार अर्जुन का शव एम्बुलेंस के जरिए गुजरात से गांव लाया गया। परिवार ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया है। परिवार और ग्रामीणों का कहना है कि अर्जुन की अचानक हुई मौत ने सभी को अंदर तक झकझोर दिया है। अर्जुन मौर्या की इस असमय मृत्यु ने परिवार पर मानो दुखों का पहाड़ गिरा दिया है।