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Leopard In Meerut: पावर ग्रिड परिसर में तेंदुए की दस्तक, वन विभाग अब भी नदारद

यूपी के मेरठ जनपद में एक बार फिर तेंदुआ देखे जाने से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
Post Published By: सौम्या सिंह
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Leopard In Meerut: पावर ग्रिड परिसर में तेंदुए की दस्तक, वन विभाग अब भी नदारद

मेरठ: दौराला थाना क्षेत्र के पावर ग्रिड परिसर में एक बार फिर तेंदुआ देखे जाने से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। यह तेंदुआ देर रात बिजली पावर ग्रिड के भीतर घूमते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिसके बाद वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। यह तेंदुआ पिछले कई दिनों से आसपास के इलाके में नजर आता रहा है, लेकिन अब तक न तो वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और न ही किसी प्रकार की सर्चिंग अभियान शुरू किया गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, स्थानीय निवासी और पावर ग्रिड परिसर में रहने वाले लोगों ने बताया कि तेंदुआ कई बार देखा गया है, और इसकी जानकारी पुलिस और वन विभाग को पहले ही दे दी गई थी। इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। देर रात जब तेंदुआ परिसर में घूम रहा था, तो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में उसकी स्पष्ट तस्वीरें कैद हो गईं। वीडियो सामने आते ही पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपने घरों में दुबक गए।

दौराला क्षेत्र में घूमता मिला तेंदुआ

गांव मटौर निवासी शोनू ने बताया कि पावर ग्रिड परिसर में करीब 50 परिवार रहते हैं और इसके ठीक सामने मटौर गांव बसा है, जहां हजारों लोग निवास करते हैं। इस स्थिति में तेंदुए का खुलेआम घूमना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। लोगों का कहना है कि बच्चों और बुजुर्गों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों में वन विभाग की लापरवाही को लेकर गहरा रोष है।

तेंदुआ देखे जाने से मचा हड़कंप

स्थानीय निवासियों का यह भी आरोप है कि वन विभाग को कई बार फोन और शिकायत के माध्यम से जानकारी दी गई, लेकिन अब तक कोई टीम मौके पर नहीं आई। इससे यह स्पष्ट होता है कि विभाग इस गंभीर खतरे को लेकर गंभीर नहीं है। एक ओर जहां प्रशासन बकरीद जैसे त्योहारों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने की तैयारी कर रहा है, वहीं दूसरी ओर खुलेआम घूमता यह तेंदुआ बड़ी दुर्घटना को न्योता दे सकता है।

पावर ग्रिड के कर्मचारियों ने भी तेंदुए को लेकर अपनी सुरक्षा पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही इस तेंदुए को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू नहीं किया गया, तो यहां बड़ा हादसा हो सकता है। परिसर के चारों ओर दीवारें जरूर हैं, लेकिन जंगलों से लगे इस क्षेत्र में वन्य जीवों की आवाजाही लगातार बनी रहती है।

वहीं, पुलिस प्रशासन का कहना है कि उन्हें भी तेंदुए की मौजूदगी की जानकारी मिली है और वन विभाग को सूचित किया जा चुका है। अब जिम्मेदारी वन विभाग की बनती है कि वह तुरंत कार्रवाई करे और लोगों को राहत दिलाए।

लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द तेंदुए को पकड़ने के लिए विशेष टीम भेजी जाए और इलाके में पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। जब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं जाता, तब तक स्थानीय निवासियों की जान खतरे में बनी हुई है।

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