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Lakhimpur Kheri: रेलवे क्रॉसिंग में फंसे ई-रिक्शा चालक को कर्मचारियों ने लगवाई उठक-बैठक, वीडियो वायरल

लखीमपुर खीरी जनपद में रेलवे क्रॉसिंग के बीच एक ई-रिक्शा चालक के फस जाने के बाद गेटमैन द्वारा किए गए अपमानजनक व्यवहार से बवाल मचा हुआ है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
Post Published By: सौम्या सिंह
Published:
Lakhimpur Kheri: रेलवे क्रॉसिंग में फंसे ई-रिक्शा चालक को कर्मचारियों ने लगवाई उठक-बैठक, वीडियो वायरल

लखीमपुर खीरी: शहर के गोला रोड स्थित कृष्णा टॉकीज के पास शुक्रवार रात को एक ई-रिक्शा रेलवे क्रॉसिंग के बीच फंस गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। हालांकि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, लेकिन घटना के बाद रेलवे कर्मचारियों ने जो किया, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। ई-रिक्शा चालक को सबके सामने कान पकड़कर उठक-बैठक लगवाने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसके बाद रेलवे स्टाफ के इस व्यवहार की चारों ओर निंदा हो रही है।

क्या हुआ था मौके पर?

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, एक ई-रिक्शा चालक गोला रोड पर स्थित कृष्णा टॉकीज के पास रेलवे फाटक पार कर रहा था। अचानक फाटक बंद होने लगा और ई-रिक्शा फाटक के बीच में फंस गया। यह देख वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। इसी बीच रेलवे गेटमैन और कुछ अन्य कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि उसी दौरान एक ट्रेन भी आने लगी थी, लेकिन सौभाग्यवश कोई दुर्घटना नहीं हुई और ट्रेन सुरक्षित निकल गई।

ई-रिक्शा चालक अपमान देख मचा बवाल

ट्रेन निकलने के बाद गेटमैन और अन्य रेलवे कर्मियों ने अपनी नाराजगी ई-रिक्शा चालक पर निकाली। चालक को खरी-खोटी सुनाने के बाद उसे सबके सामने कान पकड़कर उठक-बैठक करने की सजा दी गई। यह शर्मनाक दृश्य वहीं खड़े किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

रेलवे क्रॉसिंग के बीच फंसा ई-रिक्शा चालक

वायरल वीडियो से उठे सवाल

वीडियो वायरल होते ही लोगों में आक्रोश फैल गया। जहां कुछ लोगों ने ई-रिक्शा चालक की लापरवाही को गंभीरता से लिया, वहीं ज्यादातर लोगों ने रेलवे कर्मचारियों की इस अमानवीय हरकत की तीखी आलोचना की। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अगर चालक ने गलती की थी, तो उसे कानून के दायरे में चेतावनी या जुर्माना दिया जा सकता था, लेकिन सार्वजनिक रूप से उसे अपमानित करना न केवल असंवैधानिक है बल्कि अमानवीय भी।

प्रशासन और रेलवे से कार्रवाई की मांग

घटना के बाद लोगों ने रेलवे प्रशासन और जिला प्रशासन से दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों ने भी इस प्रकार के व्यवहार को निंदनीय बताया और कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर कानून का पालन तो जरूरी है, लेकिन किसी की गरिमा को ठेस पहुंचाना स्वीकार नहीं किया जा सकता।

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