कानपुर देहात पुलिस ने नव वर्ष के अवसर पर आमजन को बड़ी सौगात देते हुए भरोसे और सेवा का संदेश दिया है। बुधवार को जिले की पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेंद्र पांडेय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से खोए हुए 261 मोबाइल फोन बरामद कर उनके वास्तविक स्वामियों को सौंपे।

पुलिस ने लौटाए खोए मोबाइल
Kanpur Dehat: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात पुलिस ने नव वर्ष के अवसर पर आमजन को बड़ी सौगात देते हुए भरोसे और सेवा का संदेश दिया है। बुधवार को जिले की पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेंद्र पांडेय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से खोए हुए 261 मोबाइल फोन बरामद कर उनके वास्तविक स्वामियों को सौंपे। बरामद किए गए इन मोबाइल फोनों की अनुमानित कीमत करीब 52 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने इसे नव वर्ष का तोहफा बताया।
यह उल्लेखनीय सफलता जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस, सर्विलांस टीम, साइबर थाना पुलिस और स्पेशल टीम के संयुक्त प्रयास से हासिल हुई है। पुलिस द्वारा तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर लगातार अभियान चलाकर लंबे समय से खोए मोबाइल फोनों का पता लगाया गया।
पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि मोबाइल खोने की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए सर्विलांस और साइबर तकनीक की मदद से लगातार प्रयास किए गए, जिसके परिणामस्वरूप यह बड़ी उपलब्धि हासिल हुई। उन्होंने इस सराहनीय कार्य के लिए संबंधित सभी पुलिस टीमों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुलिस का उद्देश्य सिर्फ अपराध नियंत्रण ही नहीं, बल्कि आमजन का विश्वास जीतना भी है।
नए वर्ष से पहले जनपद के लोगों को पुलिस ने दिया तोहफा
मोबाइल फोन पाकर लोगों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी। कई मोबाइल स्वामियों ने बताया कि उनके फोन करीब एक से दो वर्ष पहले खो गए थे और उन्हें वापस मिलने की कोई उम्मीद नहीं थी। अचानक थाना पुलिस से कॉल आया कि उनका मोबाइल बरामद हो गया है, यह सुनकर उन्हें यकीन ही नहीं हुआ।
मोबाइल स्वामियों ने पुलिस का आभार जताते हुए कहा कि आज के समय में मोबाइल सिर्फ एक फोन नहीं, बल्कि जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। पुलिस द्वारा खोया हुआ मोबाइल वापस मिलना किसी बड़ी राहत से कम नहीं है। लोगों ने कहा कि पुलिस ने कमाल कर दिया और इस पहल से जनता का भरोसा और मजबूत हुआ है। कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की मौजूदगी में मोबाइल स्वामियों को उनके फोन सौंपे गए। यह पहल पुलिस की संवेदनशीलता, तकनीकी दक्षता और जनसेवा की भावना को दर्शाती है।