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कन्नौज पुलिस ने अंतर्राज्यीय चोर गैंग किया खुलासा, बरामद हुई ये चीज

गुरसहायगंज थाना पुलिस द्वारा अंतर्जनपदीय चोर गैंग का खुलासा करते हुए घटना को अंजाम देने वाले शातिर चोर गिरफ्तार कर लिया हैं। पढ़ें पूरी खबर
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कन्नौज पुलिस ने अंतर्राज्यीय चोर गैंग किया खुलासा, बरामद हुई ये चीज

कन्नौज: एसओजी और सर्विलांस टीम समेत गुरसहायगंज थाना पुलिस द्वारा अंतर्जनपदीय चोर गैंग का खुलासा करते हुए घटना को अंजाम देने वाले शातिर चोर गिरफ्तार कर लिया हैं।जिनके कब्जे से विभिन्न जनपदों में चोरी किए गए, सोने चांदी के आभूषण व कुल 19650 रुपए नगद एवं दो लग्जरी कार होंडा सिटी और महिंद्र रेस्टोरेंट को भी बरामद किया हैं। पुलिस ने गुरुवार को खुलासे के दौरान कई अहम जानकारी दी हैं।

 क्या है पूरा मामला

पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया है ग्राम भुरजानी में दो घरों में चोरी हुई थी। जिसके संबंध में थाना गुरसहायगंज पर मुकदमा दर्ज किया गया था। घटना का सफल अनावरण करते हुए। विगत 24 जुलाई को तीन अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।किन्तु घटना में अन्य वांछित आरोपियों को गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित टीम को मुखबिर की खास सूचना पर शहर के जलालाबाद बाईपास के कट के पास 31 जुलाई की सुबह 3:30 बजे बदमाश आकाश पुत्र अवधेश निवासी ग्राम बीबीपुर थाना इमलिया सुल्तानपुर जिला सीतापुर,अजय उर्फ अकबर पुत्र अनंत राम निवासी ग्राम बीबीपुर थाना इमलिया सुल्तानपुर जिला सीतापुर, मोहन पुत्र प्रेम लोनिया निवासी ग्राम बीबीपुर थाना इमलिया सुल्तानपुर जिला सीतापुर और विपिन कश्यप पुत्र प्रमोद कश्यप निवासी ग्राम आंवला थाना हैदराबाद जिला लखीमपुर खीरी को गिरफ्तार कर लिया गया। जिनके कब्जे से कन्नौज, बस्ती, कानपुर नगर और हरदोई की चोरी की विभिन्न घटनाओं से संबंधित सोने व चांदी के आभूषण समेत 19650 रुपए नगदी तथा घटनाओं में शामिल एक होंडा सिटी कार एक महिंद्रा रेक्स्टॉन कार के साथ दो नाजायज तमंचा 315 बोर व दो 315 बोर कारतूस भी बरामद हुए हैं।

घटना को कैसे देते थे अंजाम

कन्नौज पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया है कि पूछताछ में जानकारी हुई है वह लोग एक संगठित गैंग बनाते हैं। रात्रि में जिस जनपद में चोरी करनी होती है उस जनपद की सीमाओं में जाकर गांव के पहले उसका साथी ड्राइवर बदमाशों के ग्रुप को कार से छोड़कर कहीं पास के किसी होटल या ढाबा पर चला जाता है।चोरी के बाद बताए गए पहले से निश्चित स्थान एवं निश्चित समय पर आ जाता है। वह लोग चोरी के बाद अपनी गाड़ी में बैठकर चले जाते हैं।गांव में अच्छे-अच्छे तीन से चार घरों को देखकर चोरी करने के लिए घरों में घुसते हैं। जब उनके हाथ अच्छा माल लग जाता है। तब वह माल लेकर निकल जाते हैं। चोरी से मिले माल को सुनार को बेचकर जो पैसा मिलता है उसे आपस में बराबर बराबर हिस्से में बांट लेते हैं। इसके पहले जो छोटी-छोटी चोरी करते थे, चोरी से जो पैसा इकट्ठा हुआ उससे सभी लोगों ने चार पहिया कार खरीद ली। फिर उसके बाद वह अपनी लग्जरी कार से चोरी करने लगे।लग्जरी कार को देखकर पुलिस भी उन्हें नहीं रोकती थी और आसानी से चोरी की घटना को अंजाम देते थे।

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