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Gorakhpur News: रामजानकी मार्ग पर अधूरे डिवाइडर बने हादसों का सबब, निर्माण एजेंसी बनी मूकदर्शक

गोरखपुर के रामजानकी मार्ग पर निर्माणाधीन डिवाइडर इन दिनों हादसों को न्योता दे रहे हैं लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि संबंधित विभाग व निर्माण एजेंसी अब तक स्थिति सुधारने में नाकाम साबित हो रही है। बेवरी स्थित बीएसएनएल टावर के समीप अधूरा डिवाइडर बिना रिफ्लेक्टर, चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा संकेतों के पड़ा हुआ है।
Post Published By: Jay Chauhan
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Gorakhpur News: रामजानकी मार्ग पर अधूरे डिवाइडर बने हादसों का सबब, निर्माण एजेंसी बनी मूकदर्शक

गोरखपुर:  रामजानकी मार्ग पर निर्माणाधीन डिवाइडर इन दिनों हादसों का सबब बने हैं लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि संबंधित विभाग व निर्माण एजेंसी अब तक स्थिति सुधारने में नाकाम साबित हो रही है। बेवरी स्थित बीएसएनएल टावर के समीप अधूरा डिवाइडर बिना रिफ्लेक्टर, चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा संकेतों के पड़ा हुआ है, जिसके चलते पिछले एक माह में आधा दर्जन से अधिक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। मगर बीती रात का हादसा अब तक का सबसे भयावह रहा जिसने प्रणाली की पोल खोल दी।

जोरदार धमाके की आवाज से हड़कंप

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बीती रात करीब 10 बजे एक भारी ट्रेलर तेज रफ्तार में गोला कस्बे की ओर बढ़ रहा था। सड़क की अपर्याप्त रोशनी व चेतावनी संकेतों के अभाव में चालक निर्माणाधीन डिवाइडर को देख नहीं पाया और ट्रेलर सीधा उसके ऊपर चढ़ गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वाहन के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर कबाड़ में तब्दील हो गया। जोरदार धमाके की आवाज से आस-पास के लोग घरों से निकलकर मौके पर पहुंचे। इस बीच पीछे से आ रहे अन्य ट्रेलर चालक भी तेजी से वाहन रोककर मदद के लिए दौड़े। कड़ी मशक्कत के बाद घायल चालक को वाहन से बाहर निकाला गया, जो गंभीर रूप से घायल हो चुका था। उसे तत्काल स्थानीय लोगों की सहायता से पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।

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विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप

स्थानीय निवासियों ने निर्माण एजेंसी और संबंधित विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। लोगों ने बताया कि अधूरा डिवाइडर सड़क के बीचोंबीच लगभग अदृश्य अवस्था में पड़ा है। न तो उस पर रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं और न ही किनारों पर सुरक्षा टेप या ग्लो साइन बोर्ड लगाए गए, जिससे रात के समय हादसे की आशंका और अधिक बढ़ जाती है। लोगों ने यह भी कहा कि कई बार शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिसके चलते लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं।

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बोर्ड लगाने की कार्रवाई सुनिश्चित

क्षेत्रवासियों ने कठोर शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि विभाग तुरंत सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करता और निर्माण कार्य समय से पूरा नहीं करता, तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मामले पर अधिशासी अभियंता ध्रुव अग्रवाल ने स्वीकार किया कि यह गंभीर लापरवाही है और तत्काल रिफ्लेक्टर व चेतावनी बोर्ड लगाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। लोगों का सवाल है- हादसा होने पर सांत्वना और बयान तो मिल जाते हैं, पर कब पूरी होगी सड़क, कब रुकेगी मौत की रफ्तार?

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