गोरखपुर: पीएम आवास योजना के मकान पर भूमाफियाओं की नजर, गरीब महिला को दी जा रही जान से मारने की धमकी

गोरखपुर जिले के खजनी तहसील अंतर्गत कस्बा संग्रामपुर उनवल वार्ड नंबर-7 की रहने एक महिला प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले अपने मकान को लेकर संकट में हैं।

Post Published By: सौम्या सिंह
Updated : 3 August 2025, 6:49 PM IST

Gorakhpur: जिले के खजनी तहसील अंतर्गत कस्बा संग्रामपुर उनवल वार्ड नंबर-7 की रहने वाली रीता देवी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले अपने मकान को लेकर संकट में हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि कुछ स्थानीय दलाल और भूमाफिया उनके वैध मकान पर कब्जा करने की साजिश रच रहे हैं। पीड़िता ने जिला प्रशासन से सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई है।

डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट अनुसार रीता देवी, पत्नी सुनील कुमार विश्वकर्मा, ने बताया कि उक्त मकान उनके ससुर द्वारा संपत्ति के बंटवारे के बाद उन्हें मिला था। यह मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निर्मित है और उसका विद्युत कनेक्शन व अन्य दस्तावेज रीता देवी के नाम पर हैं। लेकिन 3 जुलाई 2025 को कथित तौर पर उनके ससुर को बहला-फुसलाकर उक्त मकान की रजिस्ट्री शिवांगी गुप्ता नामक महिला के नाम करवा दी गई।

पीड़िता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे मामले में वार्ड नंबर-7 के ही कुछ स्थानीय लोग जैसे राकेश यादव, अयोध्या, पूजा और राधिका शामिल हैं। इन सभी पर भूमाफिया से साठगांठ कर दबाव बनाने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप है।

छीन लिया गया मेरी जिंदगी का सहारा

रीता देवी ने भावुक होते हुए बताया कि उनके पास इस मकान के अलावा न तो कोई जमीन है और न ही कोई दूसरा ठिकाना। यह मकान ही उनके परिवार का एकमात्र सहारा है। अब उन्हें और उनके परिवार को मकान खाली करने का दबाव बनाया जा रहा है और जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं।

प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार

रीता देवी ने जिला प्रशासन से अपील की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए और उनके मकान की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो उनके परिवार की जान-माल को गंभीर खतरा हो सकता है।

सरकारी योजना में दलालों की घुसपैठ

यह मामला प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी गरीबों के लिए चलाई जा रही महत्वपूर्ण सरकारी योजना में दलालों और भूमाफियाओं की घुसपैठ को उजागर करता है। स्थानीय नागरिकों ने भी इस पर आक्रोश जताते हुए प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है।

प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल

अब तक प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे स्थानीय समुदाय में नाराजगी बढ़ रही है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या गरीबों के अधिकारों पर हो रहे इस प्रकार के हमलों को प्रशासन अनदेखा करता रहेगा?

इस संबंध में जब एसओ खजनी अनुप सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया, मामला संज्ञान में है, जांच की जा रही है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Location : 
  • Gorakhpur

Published : 
  • 3 August 2025, 6:49 PM IST