गोरखपुर के ग्राम सहदोडाड़ में दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा का गंभीर मामला सामने आया। विवाहिता के भाई की तहरीर पर पुलिस ने पति और सास-ससुर सहित छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। मामला समाज में दहेज प्रथा की भयावहता उजागर करता है।

गोरखपुर में दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा का मामला (Img- Google)
Gorakhpur: यूपी के गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र के ग्राम सहदोडाड़ से दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा का एक गंभीर मामला सामने आया है। विवाहिता के भाई की तहरीर पर पुलिस ने पति, सास-ससुर सहित कुल छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना समाज में व्याप्त दहेज प्रथा की भयावह तस्वीर को फिर से उजागर करती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम सहदोडाड़ निवासी अजय कुमार चंद ने गोला थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि उनकी बहन का विवाह 25 अप्रैल 2024 को गौरव सिंह के साथ हुआ था। विवाह के समय मायके पक्ष ने अपनी आर्थिक हैसियत से कहीं अधिक 15 लाख रुपये नकद, घरेलू सामान और सोने-चांदी के गहने दहेज में दिए थे। बावजूद इसके ससुराल पक्ष संतुष्ट नहीं हुआ और विवाहिता पर चार पहिया वाहन लाने का दबाव बनाया गया।
तहरीर में गंभीर आरोप लगाया गया कि विवाह के बाद पति अक्सर कमरे से बाहर सोता था। बाद में विवाहिता को पता चला कि उसका पति शारीरिक रूप से अक्षम है, जो विवाह से पहले छिपाया गया था। जब इस विषय में विवाहिता ने मायके पक्ष को जानकारी दी, तो ससुराल पक्ष आक्रोशित हो गया।
आरोप है कि 25 नवंबर 2024 को पति गौरव सिंह, ससुर रमेश सिंह, सास नीलम सिंह, देवर सौरभ सिंह, ननद गोल्डी और छोटी ने मिलकर विवाहिता के साथ मारपीट की और उसे घर से निकाल दिया। साथ ही, उसके सभी जेवरात और अन्य सामान ससुराल में ही रख लिए गए।
दहेज उत्पीड़न (Img- Google)
मायके पक्ष ने आपसी बातचीत के जरिए मामला सुलझाने की कोशिश की, लेकिन ससुराल पक्ष की ओर से लगातार धमकियां दी जाने लगीं।
थाना प्रभारी निरीक्षक राहुल शुक्ला ने बताया कि पीड़िता के भाई की तहरीर के आधार पर पति, सास-ससुर और अन्य चार लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 85, 115(2), 352, 351(3) और दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3 व 4 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।
यह मामला न सिर्फ कानून-व्यवस्था बल्कि सामाजिक चेतना पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। दहेज की लालसा आज भी बेटियों की जिंदगी को प्रभावित कर रही है। विशेषज्ञ और समाजसेवी बताते हैं कि दहेज उत्पीड़न रोकने के लिए सिर्फ कानूनी कार्रवाई ही नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता बढ़ाना भी जरूरी है।
विदेशी हैंडसम युवक के चक्कर में फंसी गोरखपुर की महिला, गिफ्ट पार्सल के नाम पर 2.95 लाख की ठगी
पुलिस ने आसपास के इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है और प्रभावित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई है। यह मामला एक बार फिर समाज को याद दिलाता है कि दहेज प्रथा की रोकथाम और महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा आज भी बेहद आवश्यक है।