गोरखपुर में मामूली विवाद हिंसक वारदात में बदल गई। इसका ताजा उदाहरण रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में देखने को मिला, जहां कुत्ते के भौंकने की बात को लेकर हुए विवाद में एक व्यक्ति को जान से मारने की नीयत से बुरी तरह पीट दिया गया। घटना के बाद आरोपी को पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया।

Gorakhpur: मामूली विवाद किस तरह बड़ी वारदात में बदल जाता है, इसका ताजा उदाहरण रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में देखने को मिला, जहां कुत्ते के भौंकने की बात को लेकर हुए विवाद में एक व्यक्ति को जान से मारने की नीयत से बुरी तरह पीट दिया गया। घटना के बाद आरोपी फरार चल रहा था, लेकिन सतर्क पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर के दिशा-निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन, क्षेत्राधिकारी कैण्ट के पर्यवेक्षण और थानाध्यक्ष नितिन रघुनाथ श्रीवास्तव के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। उपनिरीक्षक पंकज कुमार तथा उनकी टीम ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी को महेवा क्षेत्र से धर-दबोचा।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान रोहित निषाद पुत्र मैनैजर, निवासी ग्राम महुरिया, थाना खजनी, हालपता महेवा, थाना रामगढ़ताल के रूप में हुई है। उसके विरुद्ध पहले से भी गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं।
मु.अ.सं. 811/2025 धारा 109(1), 115(2), 352, 351(3) बीएनएस थाना रामगढ़ताल
. मु.अ.सं. 297/2025 धारा 115(2), 126(2), 351(3) बीएनएस थाना चिलुआताल
पीड़ित वादी ने थाने में दी तहरीर में बताया कि कुत्ते के भौंकने पर बात कहने को लेकर आरोपी ने पहले उससे कहासुनी की और फिर अचानक आक्रामक हो गया। आरोप है कि रोहित निषाद ने जान से मारने की नीयत से लाठी-डंडों व मुक्कों से पीटकर गंभीर चोटें पहुंचाईं। घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्परता से मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू की।
उपनिरीक्षक पंकज कुमार, कॉन्स्टेबल बलवंत कुमार और कॉन्स्टेबल सूरज गौड़ की सक्रिय टीम ने कम समय में आरोपी को तलाशकर गिरफ्तार कर लिया। टीम की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए स्थानीय नागरिकों ने भी राहत की सांस ली है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है और उसे न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है। साथ ही, उसके आपराधिक नेटवर्क और पिछले मामलों की भी जांच की जा रही है। रामगढ़ताल पुलिस की इस त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि कानून हाथ में लेने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।