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CM विकलांग आवास योजना में धोखाधड़ी, दिव्यांग व्यक्ति ने ग्राम प्रधान पर लगाया बड़ा आरोप

संतकबीरनगर जिले के अठलोहिया गांव में एक दिव्यांग व्यक्ति ने ग्राम प्रधान पर मुख्यमंत्री विकलांग आवास योजना के अंतर्गत मिले पैसे में से रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित ने जिलाधिकारी को शिकायत पत्र सौंप कर न्याय की गुहार लगाई है।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
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CM विकलांग आवास योजना में धोखाधड़ी, दिव्यांग व्यक्ति ने ग्राम प्रधान पर लगाया बड़ा आरोप

Sant Kabir Nagar: उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जनपद के साथां विकास खंड के अंतर्गत आने वाले अठलोहिया गांव में एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां एक दिव्यांग व्यक्ति ने ग्राम प्रधान पर मुख्यमंत्री विकलांग आवास योजना के अंतर्गत आवंटित राशि में से 45,000 रुपये की रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित गोरखनाथ सैनी पुत्र शीतल ने जिलाधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र सौंपते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग की है।

पीड़ित ने बताई पूरी कहानी

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पीड़ित ने बताया कि वह शत-प्रतिशत दिव्यांग है और मुख्यमंत्री विकलांग आवास योजना के तहत उसे 1,20,000 रुपये तीन किस्तों में आवास निर्माण के लिए मिले थे। लेकिन ग्राम प्रधान रणवीर पांडे ने यह कहकर 45,000 रुपये ले लिए कि उक्त राशि से उच्च अधिकारियों को भुगतान करना होगा ताकि आवास स्वीकृत हो सके। इसके चलते पीड़ित को केवल 75,000 रुपये ही प्राप्त हुए और अधूरा भुगतान होने के कारण उसका मकान निर्माण अधर में लटक गया।

अन्य चार पर भी धोखाधड़ी का आरोप

गोरखनाथ सैनी का कहना है कि उन्होंने कई बार ग्राम प्रधान से शेष राशि लौटाने की मांग की, लेकिन हर बार टालमटोल किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान ने न केवल उनके साथ बल्कि गांव के अन्य चार लोगों से भी इसी तरह की धोखाधड़ी की है। पीड़ित ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए और उनका हक दिलाया जाए।

ग्राम प्रधान ने आरोपों पर दी सफाई

वहीं दूसरी ओर, ग्राम प्रधान रणवीर पांडे ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह सब एक राजनीतिक साजिश है, जो पंचायत चुनावों को ध्यान में रखते हुए रची जा रही है। उन्होंने कहा, “मैंने कोई रिश्वत नहीं ली है और जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वे बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित हैं। जांच में सभी सच्चाई सामने आ जाएगी।” अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और दिव्यांग व्यक्ति को न्याय मिल पाता है या नहीं।

गौरतलब है कि यह मामला संतकबीरनगर जिले के अठलोहिया गांव में एक दिव्यांग व्यक्ति द्वारा ग्राम प्रधान पर मुख्यमंत्री विकलांग आवास योजना के अंतर्गत मिले पैसे में से 45,000 रुपये की रिश्वत लेने के गंभीर आरोप से जुड़ा हुआ है।

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