Shamli News: इकरा हसन पर अभद्र टिप्पणी मामले में योगेंद्र राणा पर FIR, महिला वकील की शिकायत पर दर्ज हुआ केस | राणा बोले- “माफी नहीं मांगूंगा”शामली से सपा सांसद इकरा हसन पर विवादित टिप्पणी करने वाले करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेंद्र राणा के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। यह एफआईआर रविवार को मुरादाबाद की कटघर थाना पुलिस ने महिला अधिवक्ता सुनीता की तहरीर के आधार पर की। राणा पर महिला सम्मान, सामाजिक सौहार्द और गरिमा के उल्लंघन का आरोप लगा है।
FIR के बाद भी योगेंद्र राणा अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा, “मैं माफी नहीं मांगूंगा। जब आज़म खान महिला सांसद के इनरवियर का रंग बता सकते हैं, तब मेरा निकाह का प्रस्ताव गुनाह कैसे हो गया?”
पूरा मामला क्या है?
बीते 19 जुलाई को योगेंद्र राणा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था। जिसमें उन्होंने सपा सांसद इकरा हसन को लेकर शादी (निकाह) का कथित प्रस्ताव दिया था। राणा ने वीडियो में कहा था, “इकरा हसन अविवाहित हैं। मैं भी उनसे कम खूबसूरत नहीं हूं। मेरे पास जमीन-जायदाद है। मैंने अपनी पत्नी से भी पूछ लिया है। इकरा चाहें तो मुझसे निकाह कर सकती हैं। मेरे घर में उन्हें नमाज पढ़ने की पूरी आजादी होगी। बस एक शर्त है कि ओवैसी बंधु मुझे ‘जीजा’ कहकर बुलाएं। मुझे इकरा हसन से निकाह कबूल है… कबूल है… कबूल है।” हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद राणा ने कुछ ही घंटों में वीडियो डिलीट कर दिया, लेकिन तब तक बयान वायरल हो चुका था।
महिला वकील की शिकायत पर दर्ज हुई FIR
मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र की महिला वकील सुनीता ने इस बयान को महिला गरिमा और संसद की मर्यादा के खिलाफ बताया। उन्होंने कटघर थाने में दी शिकायत में कहा, “राणा का बयान न सिर्फ एक महिला सांसद का अपमान है, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति असम्मानजनक सोच को बढ़ावा देता है। यह बयान एक उदाहरण बनाना चाहिए, ताकि कोई भी भविष्य में महिला जनप्रतिनिधियों के खिलाफ ऐसी टिप्पणी करने की हिम्मत न कर सके।” उनकी मांग पर राणा के सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक करने, गिरफ्तारी करने और कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
SP सिटी रणविजय सिंह ने बताया, “शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।”
करणी सेना ने किया किनारा
करणी सेना संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंह चौहान ने योगेंद्र राणा से साफ तौर पर दूरी बना ली है। उन्होंने कहा, “योगेंद्र राणा का करणी सेना से कोई लेना-देना नहीं है। हम ऐसे बयानों की घोर निंदा करते हैं। राजपूत समाज कभी किसी महिला का अपमान नहीं कर सकता। उन्हें जेल भेजा जाए।”
राणा का पलटवार- “मुझे माफ़ी मांगने की ज़रूरत नहीं”
FIR दर्ज होने पर योगेंद्र राणा ने मीडिया से कहा, “जब आज़म खान संसद में महिलाओं के अंतर्वस्त्र का रंग बता सकते हैं और सपा नेता मंच से महिलाओं को ‘तवायफ’ कह सकते हैं, तब मुझे सीख देने वाले लोग उस वक्त कहां थे? मैंने तो बस एक प्रस्ताव दिया, कोई अपराध नहीं किया।”