

हेडफोन का लंबे समय तक उपयोग न सिर्फ आपकी सुनने की क्षमता को प्रभावित करता है, बल्कि इससे माइग्रेन जैसी गंभीर बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
डॉ. संजय सैनी
Ghaziabad News: आजकल मोबाइल, लैपटॉप और कंप्यूटर का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। खासकर युवा और ऑफिस में काम करने वाले लोग घंटों तक हेडफोन लगाकर काम करते हैं या गाने, फिल्में वगैरह सुनते और देखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हेडफोन का ज्यादा देर तक उपयोग आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है? यह चेतावनी गाजियाबाद के प्रसिद्ध नाक-कान-गला रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय सैनी ने दी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, डॉ. सैनी ने बताया कि हेडफोन का लंबे समय तक उपयोग न सिर्फ आपकी सुनने की क्षमता को प्रभावित करता है, बल्कि इससे माइग्रेन जैसी गंभीर बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि विशेष रूप से वे बच्चे और युवा जो मोबाइल या लैपटॉप पर ज्यादा समय बिताते हैं और वे पेशेवर जो ऑफिस में घंटों तक हेडफोन लगाकर काम करते हैं, वे इस खतरे की चपेट में आ सकते हैं।
सुनने की क्षमता हो सकती है खत्म
डॉ. सैनी ने कहा, “लंबे समय तक हेडफोन से तेज आवाज में गाने सुनना या कॉल पर बात करना, आपके कानों की सुनने की क्षमता को धीरे-धीरे कम कर सकता है। कई मामलों में यह क्षमता पूरी तरह से खत्म भी हो सकती है। कान की नसों पर इसका सीधा असर होता है, जिससे व्यक्ति धीरे-धीरे बहरेपन की ओर बढ़ सकता है।”
माइग्रेन का भी रहता है खतरा
उन्होंने यह भी बताया कि निरंतर हेडफोन के प्रयोग से दिमाग पर भी दबाव बढ़ता है, जो माइग्रेन जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है। “हमारे पास ऐसे कई मरीज आते हैं जिन्हें लंबे समय तक हेडफोन इस्तेमाल करने के कारण लगातार सिरदर्द और चक्कर की शिकायत होती है। यह माइग्रेन की शुरुआत हो सकती है,” डॉ. सैनी ने कहा।
क्या करें बचाव के लिए?