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बुलंदशहर, बरेली और मुरादाबाद में ड्रोन की अफवाह ने मचाई हलचल, पुलिस ने दर्ज किए 16 मुकदमे

पश्चिमी यूपी के कई गाँवों में ड्रोन उड़ने की अफवाहों ने ग्रामीणों को रात में पहरा देने को मजबूर किया। डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि 20 दिनों में कुछ सच्ची घटनाएं थीं, लेकिन अधिकांश अफवाहें थीं, और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
Post Published By: सौम्या सिंह
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बुलंदशहर, बरेली और मुरादाबाद में ड्रोन की अफवाह ने मचाई हलचल, पुलिस ने दर्ज किए 16 मुकदमे

Lucknow: उत्तर प्रदेश में ड्रोन से डर फैलाकर आतंकित करने वाले तत्वों के खिलाफ योगी सरकार और पुलिस सख्त हो चुकी है। हाल ही में पश्चिमी यूपी के कई गाँवों जैसे बुलंदशहर, हापुड़, मुरादाबाद, बरेली में ड्रोन उड़ते देखने और चोरी वारदातों के बीच अफवाहों के बीच ग्रामीण रातभर गश्त पर बैठे हैं। ग्रामीणों का मानना है यह ड्रोन रेकी कर मोहल्लों की निगरानी करने के बाद चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं।

गांवों में रातभर ड्रोन डर, डीजीपी राजीव कृष्ण बोले…

इस मामले पर डीजीपी राजीव कृष्ण ने साफ़ कहा है कि पिछले 20 दिनों में पश्चिमी यूपी में रात के समय ड्रोन की उपस्थिति दर्ज की गई, लेकिन इनमें से कुछ घटनाएं सही, और कुछ केवल अफवाह पर आधारित थीं। उन्होंने बताया कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ 16–17 मुकदमे दर्ज किए गए हैं और आगे किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डीजीपी ने आम जनता से अपील की है कि वे अनदेखी अफवाहों पर ध्यान न दें और शांत रहें। उन्होंने चेतावनी दी है कि जहाँ भी पब्लिक ऑर्डर डिस्टर्ब होगा चाहे अपराध फसाने हो या अफवाह उन्हें NSA या गैंगस्टर एक्ट जैसे कड़े कानूनों के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। ऐसे इलाकों में सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी गई है।

क्या बोलते लोग और पुलिस?

ग्रामीणों का कहना है कि सोशल मीडिया व वॉट्सएप पर वायरल वीडियोज़ ने भय को हवा दी है। उन्हें लगता है कि ड्रोन कैमरा लगाकर घरों की रेकी करते हैं, जिससे गांवों में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने अपने मोहल्लों में रात में पहरेदारी, सड़क अवरोध, और आईडी जांच जैसी व्यवस्था की है। कुछ जगहों पर ग्रामीण खुद ड्रोन पर पत्थर फेंककर भागने की कोशिश करते दिखे।

पुलिस ने इन अफवाहों को शांत कराने के लिए गांवों में रातभर गश्त बढ़ाई, ग्रामीणों को जागरूक किया, और कुछ जिलों में विशेषज्ञ तकनीक से लैस टीम भेजी। पुलिस उपस्थिति बढ़ाकर स्थिति को नियंत्रण में रख रही है। इसके अलावा, ग्रामीणों को यह बताया जा रहा है कि बिना प्रमाण किसी भी ड्रोन की पुष्टि नहीं की जा सकती।

क्या नीति-निर्देश हैं सरकार के?

मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ड्रोन के अनधिकृत उपयोग पर सख्त चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध है और अगर कोई इसका दुष्प्रचार या गलत उद्देश्य से उपयोग करता है, तो उस पर गैंगस्टर एक्ट या राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी।

जिले में एक ड्रोन मॉनिटरिंग सिस्टम बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, पुलिस गश्त तैयार कराई गई है अन्य प्राधिकरणों के साथ मिलकर फैसलों पर सतर्कता सुनिश्चित की जाएगी।

डीजीपी राजीव कृष्ण ने यह भी कहा है कि तकनीक और एआई का उपयोग अपराध दर को कम करने में किया जाएगा, और पुलिस बल को AI आधारित प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पहचान और जवाब बेहतर तरीके से दी जा सके। उन्होंने आगे कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और साइबर-क्राइम से निपटना उनकी प्राथमिकता है।

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