

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के रामपुर मनिहारान कस्बे में नकली पनीर बनाने की एक चौंकाने वाली साजिश का खुलासा हुआ है। प्रशासन की छापेमारी में बड़ा भंडाफोड़ किया गया।
छापेमारी में खुली बड़ी साज़िश
Saharanpur: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के रामपुर मनिहारान कस्बे में नकली पनीर बनाने की एक चौंकाने वाली साजिश का खुलासा हुआ है। प्रशासन की छापेमारी में यह भंडाफोड़ उस वक्त हुआ जब छह विभागों की संयुक्त टीमों ने एक साथ पांच फैक्ट्रियों पर छापे मारे। इनमें से तीन फैक्ट्रियों में भारी मात्रा में नकली पनीर पकड़ा गया, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इसमें सबसे चौंकाने वाली घटना एक फैक्ट्री की है, जहां से 11 कुंतल नकली पनीर जब्त किया गया था। लेकिन, हैरानी तब हुई जब अधिकारियों के सामने से ही 10 कुंतल पनीर कुछ ही मिनटों में गायब हो गया। यह सब उस वक्त हुआ जब अफसर कागजी कार्रवाई में व्यस्त थे।
जब अधिकारियों ने फैक्ट्री के भीतर रखे खाली ड्रम देखे, तब जाकर उन्हें शक हुआ कि बरामद माल गायब हो चुका है। इसके बाद छानबीन की गई तो शक फैक्ट्री के कर्मचारियों पर गया। यही कारण है कि फैक्ट्री संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं, साथ ही मौके पर मौजूद कर्मचारियों की भूमिका की जांच भी शुरू कर दी गई है।
छापेमारी के दौरान जो खुलासा हुआ, वह बेहद डराने वाला है। फैक्ट्री के अंदर गंदगी का आलम था और पनीर बनाने के लिए इस्तेमाल हो रहे कच्चे माल की गुणवत्ता इतनी खराब थी कि घिन आ जाए। पनीर में मिलावटी दूध, सस्ते केमिकल, और घटिया क्वालिटी के तेल का उपयोग किया जा रहा था। अधिकारियों ने सभी सामग्री के सैंपल जब्त कर लैब जांच के लिए भेज दिए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह फैक्ट्रियां लंबे समय से नकली डेयरी उत्पाद तैयार कर रही थीं। इससे पहले भी इस क्षेत्र में नकली मावा और दूध का मामला सामने आ चुका है, लेकिन हर बार कार्रवाई केवल दिखावे तक सीमित रही। प्रशासन की निष्क्रियता और विभागीय मिलीभगत के चलते यह कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा था।
छापेमारी की खबर फैलते ही पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे मिलावटखोर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं और उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए। ग्रामीणों ने मांग की है कि इन फैक्ट्रियों को हमेशा के लिए बंद किया जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
प्रशासन ने दावा किया है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। लेकिन लोगों का सवाल है कि अगर 10 कुंतल पनीर अफसरों के सामने से ही गायब हो सकता है, तो क्या प्रशासन वाकई में ईमानदार कार्रवाई कर पाएगा?
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