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Chandauli News: मुगलसराय में मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश, जानिए पूरा मामला

यूपी के चंदौली जनपद में अंतरजनपदीय मोबाइल चोर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है और 30 महंगे मोबाइल बरामद किए गए हैं। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
Post Published By: सौम्या सिंह
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Chandauli News: मुगलसराय में मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश, जानिए पूरा मामला

चंदौली: मुगलसराय कोतवाली पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एक अंतरजनपदीय मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए इसके सरगना अल्फाज समेत चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 30 महंगे स्मार्टफोन, जिनमें कई आईफोन और हाई-एंड एंड्रॉयड डिवाइस शामिल हैं, बरामद किए गए हैं। इन मोबाइलों की बाजार कीमत लगभग 5.30 लाख रुपए आंकी गई है। इसके अलावा पुलिस को आरोपियों के पास से 7,600 रुपये नकद भी मिले हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह कार्रवाई 31 मई को सीओ पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर राजीव कुमार सिसोदिया के नेतृत्व में की गई। पुलिस टीम ने बहादुरपुर इलाके में सनफ्लावर स्कूल के पास घेराबंदी कर चारों आरोपियों- अल्फाज, सूरज यादव, साहिल कुमार बिंद और शेखर पटेल को धर दबोचा। गिरोह का एक सदस्य प्रिंस साहनी मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें जुटी हैं।

ऐसे करते थे चोरी

पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे योजनाबद्ध तरीके से मोबाइल चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। गिरोह के सदस्य रात में घरों में घुसकर मोबाइल फोन और नकदी चुराते थे। वहीं, कुछ सदस्य ट्रेन में सफर करते समय यात्रियों के मोबाइल पर नजर रखते थे और चलती ट्रेन में गेट पर खड़े यात्रियों से मोबाइल छीनने की वारदात करते थे। कई बार वे यात्रियों को पानी की बोतल से मारकर या धक्का देकर मोबाइल छीन लेते थे और भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो जाते थे।

आरोपियों का नेटवर्क

गिरफ्तार आरोपियों में तीन वाराणसी जिले के रहने वाले हैं, जबकि एक आरोपी मुगलसराय का निवासी है। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह के दो सदस्यों पर वाराणसी और चंदौली जिलों में छह से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। ये लोग मड़िया, जलीलपुर, चौरहट और डोमरी क्षेत्र में कई चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

ट्रक ड्राइवरों को बेचते थे मोबाइल

गिरोह चोरी किए गए मोबाइलों को आपस में बांट लेता था और फिर उन्हें सड़क किनारे खड़े ट्रक ड्राइवरों या अन्य बाहरी लोगों को औने-पौने दाम पर बेच देता था, ताकि मोबाइल ट्रेस न हो सकें। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे अधिकतर मोबाइल नकद बेचते थे, जिससे उनके खिलाफ सबूत भी कम बन सकें।

सीओ का बयान

इस संबंध में सीओ राजीव कुमार सिसोदिया ने बताया, गिरोह बेहद शातिर था और सुनियोजित ढंग से मोबाइल चोरी करता था। हमने मुख्य सरगना समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बरामद मोबाइलों की पहचान कर संबंधित व्यक्तियों को लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही फरार आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

पुलिस अब आरोपियों के पुराने मामलों की भी जांच कर रही है और गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की जानकारी जुटा रही है।

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